विकलांग स्टूडेंट्स को मिलेगा अर्थिक लाभ
- विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों को रमसा के तहत मिलेगा योजना का लाभ
- दो सौ रुपए हर मंथ मिलेंगे गर्ल्स को, सीधे खाते में जमा होगी रकम Meerut : भारत सरकार ने राष्ट्रीय माध्यमिक अभियान (रमसा) के तहत विकलांग बच्चों के खाते में सीधे लाभ का पैसा डालने की योजना बनाई है। ऐसा इसलिए ताकि योजना का लाभ सीधे बच्चों को ही मिले, इसमें किसी तरह का घपला व घोटाला न हो। इसके साथ ही विशिष्ट आवश्यकता वाली बालिकाओं को योजना के तहत अलग से हर मंथ दो सौ रुपए देने की योजना बनाई है। 15 जुलाई तक खुलवाने होंगे खातेयोजना के तहत रमसा में बच्चों की सूची तैयार करनी होगी, जिसके लिए स्कूलों को पंजीकरण भी कराना होगा। पंजीकृत बच्चों की धनराशि पहले रमसा के खाते में डाली जाएगी। जिसके बाद स्कूलों द्वारा बच्चों के खाते 15 जुलाई तक खुलवाएं जाएंगे। इन खातों में सीधे रमसा के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
ऐसे मिलेगा बच्चों को लाभसरकार ने इस योजना के तहत विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों को चिह्नित कर लिया है। इन स्टूडेंट्स को चार सौ रुपए बुक्स एवं स्टेशनरी के और चार सौ रुपए यूनिफार्म के लिए दिए जाएंगे। यह पैसा सीधा बच्चों के खाते में रमसा के माध्यम से डाला जाएगा। यह धनराशि उन्हीं बच्चों के खाते में भेजी जाएगी।
बढ़ेगी बच्चों की संख्या सरकार के अनुसार देशभर में 30 परसेंट बच्चे आठवीं के बाद बीच में एजुकेशन छोड़ देते हैं, जिसका मेन कारण होता है आर्थिक स्थिति का खराब होना। इसलिए सरकार ने विशिष्ट आवश्यकता वाले विकलांग बच्चों के लिए यह योजना निकाली है। जिन्हें आगे की एजुकेशन में आर्थिक लाभ मिल सकें। 50 परसेंट अटेंडेंस जरूरी योजना के तहत केवल उन्हीं बच्चों को लाभ मिलेगा, जिनकी स्कूल में अटेंडेंस नियमानुसार होगी। नियमानुसार संबंधित बच्चों को की स्कूल में 50 परसेंट उपस्थिति वाले बच्चों को लाभ मिलेगा। गर्ल्स को मिलेंगे एक्स्ट्रा दो सौ रुपए योजना के अनुसार गर्ल्स के लिए योजना में स्पेशल लाभ अलग से रखा गया है। गर्ल्स को अलग से दो सौ रुपए पर मंथ के हिसाब से दस मंथ मिलेंगे। यह योजना क्लास नौ से लेकर इंटर तक के बच्चों के लिए शुरु की गई है। रमसा के असिस्टेंट एकाउंट ऑफिसर अजय निर्वाल ने बताया कि योजना का उद्देश्य बच्चों के स्कूल जाने में रुचि बढ़ाना है।