RANCHI: दिव्यांगों को सम्मान देने की पीएम की पहल बस कागजों पर ही सिमट कर रह गई है। इसे जमीं पर उतारने की कोई कोशिश भी नजर नहीं आ रही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं रांची रेलवे स्टेशन की, जहां दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर तो मिलता है, पर रैंप नहीं है। एस्केलेटर है पर लिफ्ट नहीं है। टिकट काउंटर तो है, पर दिव्यांगों के लिए अलग से व्यवस्था नहीं है। ऐसे में दिव्यांगों के दम सीढि़यां चढ़ने में फूल रहे हैं।

आसान नहीं व्हीलचेयर लेना

रांची रेलवे स्टेशन पर दिव्यांगों को व्हीलचेयर लेने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके लिए उनके साथ आए व्यक्ति को अपने किसी ओरिजनल आइडी कार्ड जमा करने पड़ रहे हैं। उसके बाद दिव्यांग को व्हीलचेयर मिल रहा है। व्हीलचेयर लौटाने पर आइडी कार्ड वापस हो जाता है। इस चक्कर में कई दिव्यांग व्हीलचेयर नहीं ले पा रहे हैं। अधिकतर दिव्यांगों के अटेंडेंट के पास आईकार्ड नहीं होता है।

आधा किमी पड़ रहा घिसटना

स्टेशन पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए दिव्यांगों को काफी दिक्कत हो रही है। एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए उन्हें करीब आधा किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ रही है। लिफ्ट नहीं होने के कारण सीढि़यों के सहारे जाना है। इसमें दिव्यांगों की सांसें फूल रही हैं।

सेपरेट टिकट काउंटर भी नहीं

स्टेशन पर दिव्यांगों के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। उनके लिए न तो अलग टॉयलेट है और न ही टिकट काउंटर। दिव्यांगों ने कई बार अपनी मांगें भी रखीं। इसके बावजूद दिव्यांगों के लिए टिकट काउंटर नहीं बनाया गया। ऐसे में उन्हें काफी परेशानी हो रही है। उनके बैठने के लिए भी कोई अलग व्यवस्था स्टेशन पर नहीं की गई है।

क्या कहते हैं दिव्यांग यात्री

स्टेशन पर हमलोगों के लिए कोई अलग व्यवस्था है ही नहीं। कई बार टिकट लेने में दिक्कत होती है। इसके साथ ही एक प्लेटफार्म से दूसरे पर जाने में सीढि़यां चढ़ने में हालत खराब हो रही है। व्हीलचेयर लेने के लिए प्रूफ देना होता है। जबकि हमेशा यह संभव नहीं है कि हमलोग आईडी प्रूफ लेकर चलें।

-नजीमुद्दीन

अक्सर ट्रेनों में आना-जाना होता है। लेकिन, रांची स्टेशन पर दिव्यांगों के लिए कुछ व्यवस्था ही नहीं है। आज तो बैट्री से चलने वाली गाड़ी भी नहीं मिली। ऊपर से बैठने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में काफी दिक्कत हो रही है। इस ओर प्रबंधन को ध्यान देने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने जब हमें प्राथमिकता देने को कहा है, तो इस पर अमल होना चाहिए।

-रोहित कुमार

Posted By: Inextlive