जमीन पर रार
- आरटीआई में मांगी गई जानकारी से खुलासा, दोनो विभागों में विवाद
- नौचंदी मैदान की जमीन पर नगर निगम और जिला पंचायत का दावा मितेंद्र गुप्ता आई एक्सक्लूसिव मेरठ। नौचंदी मैदान की जमीन को लेकर विवाद तेज हो गया है। दरअसल, नौचंदी मैदान की जमीन पर नगर निगम और जिला पंचायत अपना-अपना दावा ठोंक रहे हैं। हालांकि, दोनो विभागों के पास नौचंदी मैदान का कोई लेखाजोखा नहीं है। इसका खुलासा आरटीआई से मांगी गई जानकारी से हुआ। आरटीआई एक्टिविस्ट ने अब इसकी शिकायत सीएम से करने की बात कही हैं। अपने-अपने दावे दरअसल, नगर निगम और जिला पंचायत नौचंदी मैदान की जमीन पर अपना कब्जा बता रहे हैं। लेकिन किसी के पास इसके कागज नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि यदि जमीन का ही नहीं पता कि कितनी जमीन है तो जमीन कहां से दोनो विभागों की हो गई।जमीन पर अवैध कब्जा
आरटीआई एक्टिविस्ट अब्दुल गफ्फार के मुताबिक नौचंदी मैदान की जमीन पर अवैध कब्जा होने की बात दोनो विभागों ने नकार दी है। नगर निगम और जिला पंचायत का कहना है कि वहां पर जितने भी मकान या फिर दुकान बनी हुई है वह पहले से वहां पर मौजूद हैं। नया निर्माण कोई नहीं किया गया है।
नहीं हो रही पैमाइश जिला पंचायत ने आरटीआई में बताया है कि नौचंदी मैदान की जमीन की पैमाइश के लिए कई बार कहा जा चुका है। लेकिन तहसील से आज तक कोई जवाब नहीं आया है। वर्जन नगर निगम और जिला पंचायत को दो बार मैने आरटीआई से पूछा कि नौचंदी मैदान की जमीन कितनी है। लेकिन उनकी ओर से यह जवाब आया कि पैमाइश के लिए तहसील प्रशासन को अनेक बार लिखा जा चुका है। अब्दुल गफ्फार, पूर्व पार्षद नौचंदी मैदान की जमीन नगर निगम की है। नगर निगम ही इसकी देखरेख करता है। जमीन के सारे कागज निगम के पास हैं। राजेश कुमार, संपत्ति अधिकारी नगर निगम नौचंदी मैदान की जमीन की देखरेख जिला पंचायत करता है। इसकी पैमाइश के लिए कई बार तहसील को पत्र लिख चुके हैं। लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया। दोबारा से उनको पत्र लिखा जाएगा। एसपी शर्मा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत मैं अभी नया आया हॅू मुझे अभी मामले की जानकारी नहीं है। यदि निगम और जिला पंचायत द्वारा पैमाइश के लिए कोई पत्र लिखा गया है तो जमीन की पैमाइश कराई जाएगी। संतोष कुमार तहसीलदार , मेरठ