RANCHI: राज्य के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज रिम्स में स्टाफ की नियुक्ति के नाम पर भारी गड़बड़ी सामने आई है। इसमें ऐसे कैंडिडेट को बहाल कर दिया गया है, जिसका मेरिट लिस्ट में नाम ही नहीं है। अब बहाली के लिए जारी किए गए रिजल्ट में उसका नाम आया है। ऐसे में पैसे लेकर नियुक्ति करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। एक कैंडिडेट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस नियुक्ति में पैसे का भी खेल हुआ है। बिना कोई टेस्ट-इंटरव्यू के ही उनकी बहाली कर ली गई है।

हाल ही में आई थी मेरिट लिस्ट

रिम्स प्रबंधन ने बहाली के लिए एडवर्टिजमेंट निकाला था। एप्लीकेशन, स्क्रूटनी, डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन, इंटरव्यू के बाद कैंडिडेट्स की मेरिट लिस्ट तैयार की गई थी, जिसे रिम्स की वेबसाइट पर भी डाल दिया गया था। अब शुक्रवार को जारी किए गए रिजल्ट में मेरिट वाले कैंडिडेट का नाम गायब है। ऐसे में कैंडिडेट अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।

ड्राइवर बहाली में भी मनमानी

हॉस्पिटल में सालों से सर्विस दे रहे डेली वेज ड्राइवरों को परमानेंट करने के लिए टेस्ट लिया गया था। उनका इंटरव्यू भी हुआ था। इसमें कई लोगों ने गाड़ी चलाने में गड़बड़ी की थी। इसके बावजूद उन्हें परमानेंट करने का रिजल्ट आ गया। जबकि ढंग से गाड़ी चलाने वालों को लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। ऐसे में वे लोग भी अपने हक के लिए गुहार लगाने की तैयारी कर रहे हैं।

केस-1

फार्मासिस्ट के लिए डाली गई मेरिट लिस्ट में केवल श्वेता लकड़ा का नाम है। जबकि मनीष जरिया और अरविंद कुमार का लिस्ट में नाम ही नहीं था। अब जारी किए गए रिजल्ट में इन दोनों का नाम है। जबकि लिस्ट से केवल श्वेता लकड़ा ही बहाल हुई है।

केस-2

लाइब्रेरियन के लिए दो पदों पर बहाली हुई है। इसमें एक संगीता कुमारी हैं, जिनका मेरिट लिस्ट में नाम है। जबकि दूसरे कैंडिडेट आलोक कांत हैं, इनका तो नाम ही लिस्ट में नहीं है। जबकि मेरिट लिस्ट के दूसरे नंबर पर रश्मि सिंह का नाम था।

Posted By: Inextlive