रेलवे ने हैंड हेल्ड मशीन का नाम रखा है प्रवीण

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PRAYAGRAJ: पूरे देश में अभी तक रेलवे का अनारक्षित टिकट स्टेशनों के काउंटर से बनता है या एटीवीएम, और ऐप से। प्रयागराज में मंगलवार से कुंभ मेला से पहली बार हैंड हेल्ड मशीन से अनारक्षित टिकट बनाने की शुरुआत की गई। इसका नाम रेलवे अधिकारियों द्वारा 'प्रवीण' रखा गया।

तीन घंटे में एक लाख के टिकट

कुंभ मेला में आने वाले तीर्थयात्रियों को अनारक्षित टिकट वितरित करने के लिए प्रयागराज जिले के स्टेशनों पर लगभग 100 अतिरिक्त टिकट खिड़कियां खोली गई हैं। रेलवे ने पहली बार हैंड हेल्ड मशीन की भी व्यवस्था की है। इसके जरिये घूम-घूम कर लोगों का टिकट बनाया जा रहा है। हैंड हेल्ड मशीन से तीन घंटे के अंदर ही एक लाख रुपये का टिकट बनाया गया।

Posted By: Inextlive