- पुलिस पर लगाया एकतरफा कार्रवाई का आरोप

- जिला कमांडेंट को बर्खास्त करने की मांग

Meerut: निलंबित चल रही महिला होमगार्ड के समर्थन में गुरुवार को होमगा‌र्ड्स का गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा। जिला कमांडेंट पर कार्रवाई की मांग को लेकर कई होमगा‌र्ड्स ने दिन भर प्रदर्शन किया। पहले जिला कमांडेंट फिर कमिश्नरी और बाद में एसएसपी ऑफिस। उन्होंने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। उन्होंने कमांडेंट को निलंबित करने और निलंबित चल रहे होमगा‌र्ड्स को बहाल करने की मांग की।

महिला होमगार्ड के खिलाफ एफआईआर दर्ज

एमडीए परिसर में स्थित जिला कमांडेंट ऑफिस में बुधवार को कंकरखेड़ा निवासी एक महिला होमगार्ड ने जमकर हंगामा किया। वह 2013 से निलंबित चल रही है। महिला का आरोप है कि जिला कमांडेंट आर नारायण उसकी बहाली में रोड़ा डाल रहे है। वह रिपोर्ट लगाकर हेड ऑफिस नहीं भेज रहे हैं। उसकी बहाली के एवज में रुपए मांग रहे हैं और शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बना रहे हैं। बुधवार को भी जब वह मांग करने गई तो उन्होंने उसके साथ छेड़छाड़ की जिसके बाद महिला होमगार्ड ने जिला कमांडेंट पर जूता फेंक कर मारा। इसके बाद सिविल लाइंस पुलिस ने महिला होमगार्ड को थाना में बिठा लिया। उसकी तहरीर पर कोई कार्रवाई न करते हुए देर रात जिला कमांडेंट की तहरीर पर महिला होमगार्ड के खिलाफ सरकारी काम में बाधा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

निष्पक्ष जांच की मांग

एकतरफा कार्रवाई से गुस्साए कई होमगार्ड गुरुवार पर सड़कों पर उतर आए। उन्होंने शिवसेना के जिला प्रमुख धर्मेद्र तोमर की अगुवाई में पहले जिला कमांडेंट ऑफिस पर काफी देर तक प्रदर्शन किया। उन्होंने जिला कमांडेंट के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके बाद कमिश्नरी ऑफिस में उन्होंने प्रदर्शन किया। यहां से सभी पुलिस ऑफिस पहुंचे और जिला कमांडेंट को निलंबित करने की मांग करने लगे। उन्होंने एसएसपी को महिला होमगार्ड की तहरीर दी। उन्होंने पुलिस पर एकतरफा आरोप लगाते हुए कहा कि सबसे पहले महिला ने तहरीर दी वह पीडि़ता भी है। बावजूद इसके जिला कमांडेंट की तरफ से पहले एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने एसएसपी से निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की।

जांच कराएंगे। महिला होमगार्ड की तरफ से दी गई तहरीर पर रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की गई। तहरीर दी गई है तो कार्रवाई की जाएगी।

- जे रविंदर गौड़, एसएसपी

Posted By: Inextlive