- गंदगी और जाम से परेशान वार्ड 61 के लोग

- बारिश के दिनों में हो जाता है जलभराव

- नालियां भी गंदगी से अटी, संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा

Meerut । वार्ड 61 शहर के सबसे पुराने इलाकों में आता है। पूरे शहर की तरह यहां पर लोग गंदगी से परेशान रहते हैं। इस वार्ड में खैरनगर बाजार भी आता है। यहां लोग गंदगी के अलावा जाम की समस्या से सबसे ज्यादा परेशान है। सुबह से लेकर शाम होने तक यहां पर जाम की समस्या रहती है। बावजूद इसके, यहां पर कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रहता है। वैसे जाम का मुख्य कारण बाजार में बेतरतीब खड़े वाहन भी हैं। यहां पर नाले भी गंदगी से अटे हैं। बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या हो जाती है। हालात यह हो जाते हैं कि बारिश का पानी दुकानों तक में चला जाता है।

ये है डिमांड

- दोनो समय सफाई होनी चाहिए।

- नाले की नाली की सफाई नियमित होनी चाहिए।

- बाजार में पुलिस चौकी की तैनाती हो।

- जलभराव की समस्या से निजात दिलाई जाए।

वार्ड- 65

पार्षद- अरशद उल्लाह

जनसंख्या- 15000

वोटर- 10,500

मोहल्ले- खैरनगर बाजार, कोठी अतानस, शंभूगेट, सराय खैरनगर, ठाकुर की कोठी, नगर निगम स्टोर

पढ़ाई- इंटरमीडियट

परिसीमन से पहले- वार्ड 61

नाला

नाले की सफाई कभी नहीं होती है। करीब चार माह पहले नाले का निर्माण किया गया था। तब तो सालों बाद इसकी सफाई हुई थी। उसके बाद आज तक उसकी सफाई नहीं हुई है। बारिश के दिनों में यहां पर जलभराव हो जाता है।

नाली

नालियां टूटी हुई है। लोग अनेक बार नगर निगम नालियां सही कराने के लिए कह चुके हैं। पर समाधान नहीं होता है। केवल ठीक होने का आश्वासन मिल जाता है।

गंदगी

वार्ड में मुख्य बाजार खैरनगर में गंदगी का अंबार लगा रहता है। महीने में एक या दो बार सफाई कर्मी आते हैं। प्राइवेट सफाई कर्मियों से व्यापारी सफाई कराते हैं।

सड़क

वार्ड में सड़कों को बुरा हाल है। सड़क खराब होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। बावजूद इसके नगर निगम ध्यान ही नहीं देता है। सड़क निर्माण के लिए लोग कई बार मांग चुके हैं।

जाम

वार्ड में प्रमुख समस्याओं में एक समस्या जाम की भी है। प्रतिदिन यहां से सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता है। लेकिन जाम की समस्या से निजात के लिए कोई भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं रहता है।

यहां पर गंदगी का अंबार लगा रहता है। गंदगी के कारण यहां पर मच्छर भी बहुत अधिक हैं। नगर निगम की ओर से सफाई कर्मी कभी-कभी आते हैं। प्राइवेट सफाई कर्मियों से सफाई करानी पड़ती है। नगर निगम टैक्स लेता है तो सुविधा भी तो देनी चाहिए।

मोहम्मद अनवर

यहां की सड़क खराब हुए बहुत दिन हो गए हैं। नगर निगम से अनेक बार सड़क निर्माण के लिए शिकायत कर चुके हैं। पर कोई सुनवाई नहीं होती है। सड़क खराब होने के कारण यहां पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। बावजूद इसके नगर निगम के अधिकारी सुनते ही नहीं है।

मुजाहिद

नाले की सफाई को हुए काफी समय हो गया। बारिश के दिनों मे यहां पर हर बार जलभराव की समस्या होती है। नगर निगम प्रदर्शन भी कर चुके हैं। लेकिन नगर निगम के अधिकारी नाले की सफाई करवाने के लिए तैयार ही नहीं है।

सलाउद्दीन

यहां तो कई साल देखते हुए हो गए। सफाई कर्मी आते ही नहीं है। ज्यादा गंदगी होने पर प्राइवेट सफाई कर्मियों को पैसा देकर सफाई करानी पड़ती है। नगर निगम हाउस और वॉटर टैक्स लेना तो नहीं भूलता है। सुविधा के नाम पर आंखे मूंदे बैठा रहता है।

सलीम सलमानी

गंदगी तो पूरे शहर की समस्या है। कहने को नगर निगम शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की बात कह रहा है। काम ही नहीं करोगे तो कहां से शहर स्मार्ट बन जाएगा। यदि यह काम करना ही शुरू कर दें तो शहर अपने आप ही स्मार्ट बन जाएगा।

पप्पू

Posted By: Inextlive