दिवाली का त्‍यौहार काफी नजदीक है। चारों और रौशनी ही रौशनी नजर आती है। बाजारों में रौनक देखते ही बनती है। मिठाईयों की दुकानों से निकलती वो भीनी-भीनी खुशबू आप को ये एहसास दिलाती है कि दिवाली आ गई है। कहीं लोगों ने अपने घरों को सजाना शुरु कर दिया है तो कहीं जोरोशोरो से शॉपिंग चल रही है। आतिशबाजी और मिठाईयों के इस त्‍यौहार का देशभर को इंतजार रहता है।


थाइलैंड
थाइलैंड में दिवाली को लाम क्रियोंघ के नाम से मनाया जाता है। केले की पत्तियों से बने दीपक और धूप को रात में जलाया जाता है। उसके साथ पैसा भी रखा जाता है। जलते हुए इस दीप को नदी के पानी में बहा देते हैं। यहां दिवाली पर आसमान में जलते हुए गुब्बारे छोड़े जाते हैं।

इंग्लैंड
यह पर्व 1605 से मनाया जा रहा है जो कि ब्रिटेन में अलग ही मायना रखता है। आधी रात आते ही ऑटरी सेंट मैरी शहर रोशनी से प्रज्जवलित हो उठता है। इस फायर फेस्टिवल को हर साल 5 नवंबर को मनाया जाता है। डेवन के दौरान लोग सत्तरह फ्लैमिंग बैरल लेकर रोड पर मार्च करते हैं। झर्राटेदार बैरल और पटाखे हर उम्र के लोगों के हाथ में देखे जाते हैं, जो अंत में शहर के बीचों-बीच एकत्रित होकर बोनफायर भी जलाते हैं। यह भी पढ़े-दिवाली के दिन करें ये काम, इससे आपके घर में कभी नही होगी धन की कमी

फ्लोरिडा
फ्लोरिडा के अल्टूना शहर में हर साल 31 अक्टूबर से 1 नवंबर मनने वाला सैमहेन फेस्टिवल बहुत शानदार होता है। भूतों के सम्मान में आयोजित इस त्योहार के दौरान बोन फायर जलाई जाती है। मनोरंजन और अलग-अलग थीम्स पर आयोजित होने के कारण बाहरी लोग भी यहां पहुंचकर हैरतअंगेज कारनामों का जमकर लुत्फ उठाते हैं।

जापान
हर साल जनवरी माह में शुरू होने वाला ओनियो फेयर फेस्टिवल यहां का सबसे प्राचीन त्यौहार है। यहां फुकुओका में दिवाली जैसा प्रकाशमयी त्योहार धूमधाम से मनता है। इस दौरान छह मशाल जलाई जाती हैं जो कि आपदा को खत्म करने के प्रतीक के रूप में होती है। इसमें आग की बत्ती को मंदिर से निकाल कर दूसरे जगह तक ले जाया जाता है। जापानी खास तरह के सफेद कपड़े पहनकर टॉर्च को घुमाते हैं। आग से हैरतअंगेज करतब दिखाना इस फेस्टिवल को शुभ बनाता है।

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Posted By: Prabha Punj Mishra