क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: झारखंड को सिर्फ देश का विकसित राज्य ही नहीं, बल्कि इसे ग्लोबल पहचान दिलाने का प्रयास करेंगे. यह दावा किया है सूबे के नए मुख्य सचिव डीके तिवारी ने, जिन्होंने रविवार को स्टेट के 22वें मुख्य सचिव का पदभार संभाला. पदभार ग्रहण करने के बाद डीके तिवारी ने राजभवन जाकर राज्यपाल द्रौपदी से मुलाकात की तथा राज्य के विकास में उनका मार्गदर्शन मांगा. उन्होंने मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी मुलाकात की. इससे पहले झारखंड के विकास आयुक्त रहे 1986 बैच के आईएएस अफसर डीके तिवारी को निवर्तमान मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने पदभार सौंपा. वहीं, सुधीर त्रिपाठी झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष बनाए गए हैं. नए मुख्य सचिव डीके तिवारी को पूर्व अपर मुख्य सचिव गृह एसकेजी रहाटे, प्रधान सचिव शिक्षा एपी सिंह, ग्रामीण विकास सचिव अविनाश कुमार, नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के अलावा पूजा सिंघल, राहुल पुरवार, राजेश शर्मा आदि अफसरों ने मुलाकात कर शुभकामनाएं दी.

विकास का बनेगा एक्शन प्लान

मुख्य सचिव ने कहा कि एक दो-दिनों में वे विभागीय सचिवों के साथ मंत्रणा करेंगे और प्राथमिकता आधारित विकास का एक्शन प्लान तैयार करेंगे. उन्होंने कहा विकास टीम वर्क का सुखद परिणाम है. दृढ़ इच्छा और परिश्रम से कुछ भी हासिल किया जा सकता है. अफसरों की पहुंच सहजता से अंतिम व्यक्ति तक हो, इसे सुनिश्चित करने की कोशिश होगी.

राजस्व वृद्धि पर फोकस

डीके तिवारी ने कहा कि राजस्व किसी भी राज्य के लिए जरूरी है. इसे बढ़ाने पर फोकस रहेगा. केंद्र ने हर तीन वर्ष पर राज्यों को उसकी खनिज-संपदा के एवज में मिलने वाले राजस्व में बढ़ोतरी कर मसौदा तय किया है, जिसका लाभ झारखंड को मिलेगा. खनिज संपदा का दोहन स्थापित मानकों के अनुरूप हो,इसके लिए आदेश जारी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि मद्य निषेध कोई समाधान नहीं है. ऐसा करने से अवैध कारोबार विकसित होता है. कई राज्यों में ऐसा देखा गया है.

टीम भावना से काम करें अफसर

नवनियुक्त मुख्य सचिव ने कहा कि सचिवालय स्तर पर उच्च पदस्थ पदाधिकारियों की कमी है. यह समस्या पूरे देश की है. इससे इतर निचले स्तर पर यह समस्या नहीं है. उन्होंने अफसरों से अनुशासित रहने और टीम भावना के साथ काम करने की अपील की. दायित्व के निर्वहन में लापरवाही पर उन्होंने कार्रवाई के संकेत भी दिए.

Posted By: Prabhat Gopal Jha