सेंट्रल जेल में सुरक्षा के दावों की खुली पोल, चाकू, माचिस और लाइटर मिले
- 2098 बंदी अभी सेंट्रल जेल में वर्तमान में हैं बंद
- 152 बंदी तीन दिन पहले दूसरी जेलों से भेजे गए हैं। - करीब पौने तीन घंटे तक अधिकारियों ने किया निरीक्षण ------------ - डीएम और एसएसपी ने फोर्स के साथ सेंट्रल जेल का किया औचक निरीक्षण - बैरक, भोजनालय, शौचालय आदि को चेक किया बरेली : सेंट्रल जेल में डीएम और एसएसपी के निरीक्षण में सुरक्षा के दावों की पोल खुल गई। डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी मुनिराज जी ने हर बैरक में जाकर चेकिंग की। इस दौरान माचिस, चाकू और लाइटर आदि प्रतिबंधित सामान मिला। यह जमीन में दबे थे। जेल में मिली लापरवाहीसुबह करीब सवा आठ बजे डीएम व एसएसपी सेंट्रल पहुंचे। उनके साथ एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ और कई थानेदार भी थे। बैरकों की तलाशी ली गई। बंदियों को भी चेक किया गया। बैरक में जमीन में दबी हुई चाकू मिली। बाद में माचिस, लाइटर, सिगरेट व अन्य सामान भी मिला।
डॉन बबलू श्रीवास्तव भी है बंद सुरक्षा के दावों की हकीकत सामने आने के बाद डीएम ने चौकसी बरतने की सख्त हिदायत दी। बता दें कि इसी जेल में डॉन बबलू श्रीवास्तव भी बंद है। डीएम और एसएसपी ने उससे बातचीत की।जेलर ने किया इनकार
जेल में छापे के दौरान चाकू मिलने के की बात से जेलर ने इनकार किया है। सेंट्रल जेल के जेलर व कार्यवाहक अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि टूटे हुए चम्मच मिले हैं। कोई आपत्तिजनक चीज बरामद नहीं हुई है। पुरानी घटना से खतरे का अंदेशा सेंट्रल जेल में एक बार एक बंदी भाग चुका है। बिजनौर का बंदी रईस ने 12 जनवरी 2011 की रात को चम्मच से सुरंग बनाई थी और भाग गया था। बाद में उसे मई 2015 में गिरफ्तार कर लिया गया था।