अर्द्धकुंभ की तैयारियों पर शुरू हुआ मंथन
वर्ष 2019 में प्रयाग में लगेगा अर्द्धकुंभ, विभागों ने शुरू की कसरत
डीएम ने विभागवार डीपीआर की समीक्षा की ALLAHABAD: प्रयाग की पावन धरती पर अर्द्धकुंभ के आयोजन में भले ही अभी दो साल का समय शेष हो लेकिन जिला प्रशासन ने तैयारियों को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। बुधवार को कैंप कार्यालय में डीएम संजय कुमार ने विभागवार तैयारियों को लेकर समीक्षा की। इस दौरान तमाम विभागों ने मेले को लेकर अपनी कार्ययोजना (डीपीआरर) पेश की। इसके अलावा कुछ विभागों ने अपनी कार्ययोजना पेश करने के लिए प्रशासन से थोड़ा समय मांगा है। टॉप पर बिजली विभागबैठक में कुल 16 विभागों ने अपनी कार्ययोजना पेश की। इनमें से उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा पेश की गई लागत अरबों रुपए में रही। दूसरे नंबर पर जल निगम व बाढ़ कार्य खंड सिचाई तीसरे स्थान पर रहा। इसके अलावा पुलिस, संस्कृति, इलाहाबाद विकास प्राधिकरण, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, सी एंड डीएस और आयुक्त कार्यालय ने जल्द से जल्द डीपीआर पेश करने का वादा किया है।
किसको चाहिए कितना पैसा विभाग स्थायी कार्यो की लागत अस्थायी कार्यो की लागतबिजली विभाग 2.39 अरब 1.68 अरब
जल निगम 41.87 करोड़ 1.15 अरब बाढ़ कार्य खंड सिचाई 42.17 करोड़ 19.34 करोड़ सूचना विभाग शून्य 23.31 करोड़ स्वास्थ्य विभाग शून्य 1.18 अरब परिवहन निगम 9.25 करोड़ 3.88 करोड़ वन विभाग 2.19 करोड़ शून्यपर्यटन विभाग 1.20 करोड़ 4.22 करोड़
मेला प्रशासन 4.65 करोड़ 55.19 करोड़ शासन को भेजा जाएगा बजट अर्द्धकुंभ की तैयारियों में समय लगता है। प्रत्येक छह साल के अंतराल में होने वाले इस महाआयोजन में देश ही नही बल्कि विदेशों से भी पर्यटक और श्रद्धालु संगम की रेती पर आते हैं। यही कारण है कि राज्य ही नही बल्कि केंद्र सरकार भी मेले के लिए भारी भरकम बजट जारी करती है। इसके लिए विभागों को अपनी कार्ययोजना तैयार करनी पड़ती है। इसमें लागत के साथ किए जाने वाले स्थाई और अस्थाई कार्यो का विवरण भी देना होता है।