आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज में बेशक मरीजों का इलाज होता है, लेकिन वह स्वयं 'बीमार' है। डीएम एनजी रवि कुमार ने जब निरीक्षण में एसएन की 'नब्ज' देखी तो उसे गंदगी की बीमारी से ग्रसित पाया। उन्होंने इसके 'इलाज' कीजिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी है। बेशक प्रदेश में आगरा नगर निगम का एक वार्ड स्वच्छता के मामले में पहले स्थान पर रहा है, लेकिन हकीकत ये है कि एसएन मेडिकल कॉलेज की सीवर लाइन चौक है। सीवर यूं ही सड़क पर बह रहा है। बदबू का साम्राज्य है। इस पर डीएम ने कहा कि ये कॉलेज तो कुछ ज्यादा ही बीमार है। समय पर बीमारी का इलाज क्यों नहीं कराया गया, इसका जवाब एसएन मेडिकल के प्राचार्य नहीं दे सके।

नगर निगम करेगा एसएन का 'इलाज'

जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार गुरुवार को एसएन मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण को पहुंचे। वहां पर उन्हें सीवर लाइन चौक मिली। उन्होंने सीवर जाम की समस्या के समाधान के लिए सर्वे कराकर नई सीवर लाइन डाले जाने की कार्य योजना तैयार करने एवं तत्काल इस समस्या के निस्तारण के लिए नगर निगम को तीन दिन का समय दिया है। इसके साथ ही इधर-उधर फैले कूडे़ को हटाए जाने के लिए भी निर्देश दिए हैं।

सुरक्षा मानकों का रखा जाए ध्यान

इस दौरान उन्होंने मेडिसन विभाग में राजकीय निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने पर व कार्य पूर्ण न होने तक भुगतान रोकने के निर्देश दिए। निष्प्रयोज्य बिल्डिंग को तोड़ रहे मजदूरों द्वारा हेलमेट सहित विभिन्न सुरक्षा मानकों का उपयोग न किए जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने प्राचार्य को निर्देश दिए कि वे अनुपयोगी कबाड़ों का शीघ्र निस्तारित कराएं। एसएन मेडिकल कॉलेज परिसर में जहां-जहां सड़क बनाए जाने की आवश्यकता है, उसकी रिपोर्ट तैयार कर उन्हें उपलब्ध कराई जाए।

स्टाफ के साथ की बैठक

निरीक्षण से पहले उन्होंने चिकित्सकों एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कॉलेज में सुविधाएं और बेहतर हो सकें, इसके लिए सुझाव भी लिए।

ये बताई समस्या

- स्टाफ नर्स की संख्या स्वीकृत पदों के सापेक्ष बहुत कम है

- परिसर में बेहतर प्रकाश व्यवस्था

- पार्किंग की व्यवस्था

- होमगार्ड की ड्यूटी

- बंदरों की समस्या

ये दिए निर्देश

- स्ट्रेचर व व्हील चेयर की कमी न होने पाए

- बंदरों की समस्या से निजात के लिए मंकी फिडिंग सेन्टर बनाया जाए

- इमरजेंसी वार्ड के सामने एसएन को बेहतर लुक दिए के लिए बेहतर डिजाइन तैयार करायी जाए

Posted By: Inextlive