-कूड़ा करकट और सिल्ट से अटे पड़े शहर के 141 नाले

-शहर के 281 में से महज 140 नालों में की गई सफाई

Meerut। महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने खुद खड़े होकर आबूनाले की सफाई कराई थी। सुबह पांच बजे जाकर महापौर खुद निगम की फौज लेकर आबूनाला पहुंचे और गंदगी को निकलवाया था। लेकिन गुरुवार को नगर निगम के सारे दावों और वादों की पोल पट्टी खुल कर सामने आ गई है। नगर निगम के नकारापन का आलम यह है कि शहर का आबूनाला ही नहीं बल्कि आधे से अधिक नाले कूड़ा करकट और सिल्ट से अटे पड़े हैं। मानसून की एक बारिश भी बर्दाश्त नहीं कर पाता है। गली-मोहल्लों से लेकर मुख्य मार्ग तक पानी में डूब जाते हैं।

सिल्ट से अटे पड़े नाले

शहर में नगर निगम के 281 नालें हैं। नगर निगम की ओर से हर साल बरसात से पूर्व इन नालों की सफाई की जाती है। इस बार भी नालों की सफाई को लेकर निगम प्रशासन की ओर से बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन निगम के दावों की पोल उस समय खुल गई जब गुरूवार को डीएम बी चंद्रकला ने आबूनाले का औचकर निरीक्षण किया। नगर निगम की ओर से केवल अभी तक 141 नालों की सफाई कराई गई, जबकि 140 नाले अभी भी कूड़े से अटे पड़े हैं।

तीन हजार सफाईकर्मी

शहर में पसरी गंदगी और अटे पडे़ सौ से अधिक नालों की दुर्दशा का यह आलम तो तब है जब नगर निगम की फौज में तीन हजार से अधिक सफाई कर्मी शामिल हैं। नगर निगम में यदि स्थाई सफाई कर्मचारियों की संख्या 1010 है और संविदा पर काम कर रहे सफाई कर्मचारियों की संख्या 2,215 है। बावजूद इसके शहर के नाले कूड़े की मार से दम तोड़ रहे हैं। हालांकि दो माह पूर्व निगम की ओर से नालों का सफाई कार्य शुरू तो किया गया लेकिन कमजोर इच्छा शक्ति और लचर व्यवस्था के चलते मानसून सबकी कलई खोल देता है।

ये नाले हुए हैं साफ

-नाला शास्त्री नगर की कोठी से बिशन चौक तक

-हनुमानपुरी क्षेत्र स्थित नाला सफाई

-वार्ड 18 में शराब मिल के पीछे वाला नाला

-वार्ड 41 छिपी टैंक स्थित नाला

-थापर नगर बच्चा पार्क

-वार्ड 18 स्थित नाला

-डीआईजी पीएसी नाला

-शास्त्री नगर की कोठी से गौतमनगर तक

-वार्ड 52 फूलबाग स्थित नाला

-सर्किट हाउस वाला नाला

-आबू नाले की सफाई

-लिसाड़ी रोड का नाला

-वार्ड दो ब्रह्मापुरी नाला

आबूनाले की सफाई मैने खुद खड़े होकर कराई थी। सौ ट्रक से भी ज्यादा गंदगी वहां से निकलवाई थी। दोबारा से गंदगी हो गई होगी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी से बातचीत की जाएगी। नालों की सफाई पर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा है।

-हरिकांत अहलुवालिया, महापौर

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फोटो 5 से 9

गदंगी देख बिफरी डीएम

- घनी आबादी के क्षेत्रों में सफाई अभियान के दिए निर्देश

- आम लोगों से की स्वच्छता बनाए रखने की अपील

मेरठ। जिलाधिकारी बी.चन्द्रकला ने महानगर के ब्रह्मपुरी, ओडियन नाले की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान गंदगी को देखकर जिलाधिकारी बिफर गई। उन्होंने नगर आयुक्त को जल्द से जल्द सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

डंपिंग प्लेस बनाए जाएं

ब्रह्मपुरी थाने के पास नाले के किनारे पडे कूड़े को ढेर को देखकर जिलाधिकारी ने मातहतों की जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि नाले को पाटकर डंपिंग घर बनाए जाएं। जिससे कूड़ा इधर-उधर न फैले।

नागरिकों से अपील

उन्होंने नागरिकों से भी स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने नागरिकों से कहा कि कूड़े को निर्धारित जगहों पर डाले। जिससे हमारा शहर स्वच्छ रह सके।

Posted By: Inextlive