कोराेना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भरोसा जताया कि भारत में विकसित देशों की तरह बहुत खराब स्थिति की आशंका नहीं है। यहां हालातों पर काबू है।

नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस संकट और लाॅकडाउन के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि विकसित देशों की तरह भारत में सबसे खराब स्थिति की आशंका नहीं है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्रियों और पूर्वोत्तर राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। इस दाैरान कहा कि कई अन्य विकसित देशों की तरह हम अपने देश में बहुत खराब स्थिति का अनुमान नहीं लगाते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी लड़ाई में सुधार कर रहा है।

आइसोलेशन के साथ-साथ आईसीयू बेड भी शामिल

देश में हमारी मृत्यु दर लगभग 3.3% बनी हुई है और रिकवरी दर 29.9% तक चढ़ गई है, ये बहुत अच्छे संकेत हैं।पिछले 3 दिनों के लिए दोहरीकरण दर लगभग 11 दिन रही है, पिछले 7 दिनों के लिए 9.9 दिन हो गए हैं। हमने कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए विशेष रूप से 843 अस्पताल समर्पित किए हैं, जिनके पास इसके लिए लगभग 1,65,991 बेड हैं। देश भर में 1991 स्वास्थ्य केंद्र कोरोना वायरस समर्पित हैं। इनमें 1,35,643 बेड हैं। इन बेडों में आइसोलेशन के साथ-साथ आईसीयू बेड भी शामिल हैं।

अब हमारे पास देश में 453 से अधिक प्रयोगशालाएं

स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार राज्यों के साथ समन्वय कर रहा है। देश भर में 7, 645 संगरोध केंद्र हैं। हमने विभिन्न राज्यों की सरकारों को 69 लाख एन-95 मास्क वितरित किए हैं। केंद्र द्वारा राज्य सरकारों को कुल 32.76 लाख पीपीई वितरित किए गए हैं। हमने पुणे में एक परीक्षण प्रयोगशाला से शुरुआत की और अब हमारे पास देश में 453 से अधिक प्रयोगशालाएं हैं। उन्होंने कहा, कल शाम हमने विभिन्न राज्यों के आंकड़ों का मूल्यांकन किया और पाया कि केवल 0.38 प्रतिशत मरीज वेंटिलेटर पर थे। 1.88 प्रतिशत को ऑक्सीजन की सहायता की आवश्यकता थी और 2.21 प्रतिशत आईसीयू बेड पर थे।

Posted By: Shweta Mishra