यूं तो स्‍मार्टफोन रखने वाले सभी यूजर्स मोबाइल टेक्‍नोलॉजी को यूज करने के मामले में काफी स्‍मार्ट हो गए हैं लेकिन कई बार हम आप बिना जानें अपने फोन की सेटिंग्‍स के साथ ऐसी छेड़छाड़ करते रहते हैं जो हमें नहीं करनी चाहिए। यूजर सोचता है कि ऐसा करने से उसका फोन और भी बेहतर परफॉर्मेंस देगा लेकिन होता उसका उल्‍टा है। तो आइए फटाफट जानते हैं स्‍मार्टफोन की ये 3 आसान सेटिंग्‍स जिन्‍हें छेड़ने से आपकी ही परेशानी बढ़ सकती है।

App कैशे को क्लीन करना

हम में से बहुत सारे लोगों का स्मार्टफोन जब स्लो चलने लगाता है। तो लोग फोन की कुछ खास ऐप्स में सेव की गई Cache मेमोरी को डिलीट कर देते हैं। सेटिंग्स के भीतर ऐप में जाकर किसी खास ऐप की कैशे को डिलीट करने से आपके फोन की परफॉर्मेंस कतई बेहतर नहीं होती, बल्कि जब आप किसी ऐप की कैशे को Clear कर देते हैं, उसका पूरा statics डिलीट हो जाता है। ऐसे में जब आप ऐप को दोबारा खोलते हैं तो वो तमाम छोटे बड़े टूल्स और फीचर्स को फिर से लोड करती है। इस कारण आपके फोन की बैट्री पर तो ज्यादा लोड पड़ता ही है और फोन की भी परफॉर्मेंस तेज होने की बजाय कुछ समय के लिए स्लो हो जाती है। इसलिए रोजमर्रा में यूज होने वाली ऐप्स की कैशे बेवजह डिलीट करने के चक्कर में न पडें। एक और खास बात जो ऐप काफी दिनों में यूज करने की नौबत आती है, उसे फोन में परमानेंटली नहीं रखना चाहिए, क्योंकि वो रोज ही आपके फोन पर बेवजह का लोड डालती रहेगी।

 

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क्लीयर डेटा करने से बढ़ेगी प्रॉब्लम

एंड्राएड स्मार्टफोन में किसी भी ऐप की कैशे को क्लीन करने के फायदे कम नुकसान के बारे में हमने ऊपर बताया। कुछ लोग अपने फोन की स्पीड को रॉकेट जैसा बनाने के लिए सेटिंग्स में जाकर अलग अलग ऐप्स का इंटर्नल डेटा ही क्लीयर कर डालते हैं, लेकिन इसके बाद उन्हें परेशान होना पड़ता है। मान लीजिए फोन की मेमोरी में आपका Whatsapp डेटा सबसे अधिक जगह कंज्यूम कर रहा है और उस मेमोरी को खाली करने के चक्कर में आपने ऐप्स में जाकर व्हाट्सऐप का डेटा क्लीयर कर दिया, तो इसका असर ये होगा कि आपका Whatsapp अकाउंट ही डिलीट हो जाएगा और आपको उसे फिर से बनाना पडे़गा। इसी तरह किसी बैकिंग ऐप या डिजिटल वॉलेट को ऐप डेटा क्लीयर करते ही आपका उस ऐप पर मौजूद अकाउंट रिमूव हो जाता है और आपको फिर से अकाउंट लॉगइन करने के लिए बेवजह का लंबा प्रोसेस फॉलो करना पड़ेगा। कुल मिलाकर यह जान लीजिए किसी भी ऐप का डेटा क्लीयर करने से वो ऐप नई इंस्टॉल की गई ऐप की तरह बिल्कुल ब्लैंक हो जाती है।

 

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Posted By: Chandramohan Mishra