- पर्व को लेकर बाजारों में किया जा रहा खोवा का भंडारण

- खाद्य विभाग की तरफ से नहीं हो पा रही कार्रवाई

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KAUSHAMBI: दीप पर्व में बिकने वाली मिठाई खाने वालों के लिए बुरी खबर है। मिठाई बनाने के लिए जिले की बड़ी दुकानों में बड़े पैमाने पर खोवा डंप किया जा रहा है। ऐसे में मुंह मीठा करने के चक्कर में हाजमा खराब होने का पूरा खतरा नजर आ रहा है।

मिठाई से तबीयत खराब होने का खतरा

दीपावली 11 नवंबर को पड़ रही है। पर्व में अमीर और गरीब सभी मिठाई की खरीददारी करते है। इसका फायदा छोटे और बड़े कारोबारी बाखूबी उठाते हैं। नतीजतन बड़े कारोबारियों के यहां अभी से खोवा डंप किया जा रहा है। इससे खोवे से बनी मिठाई से तबीयत खराब होने का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ विभाग की तरफ से भी अभी तक छापेमारी कर नमूना लेने की कार्रवाई नहीं हो सकी है।

मांग से ज्यादा है दूध की खपत

जिले में दूध की जितनी खपत है उससे कहीं ज्यादा मांग है। अब पर्व को लेकर खोवा बनाए जाने से समस्या और बढ़ गई है। इसे लेकर जिले में दूध की किल्लत सामने आ गई है। जिले में चाहे पराग हो या फिर श्याम डेयरी, वह भी मांग के सापेक्ष दूध की खपत पूरी नहीं कर पा रही है।

मिलावट का धंधा चोखा

खोवे के कारोबारी इन दिनों मिलावट भी खूब कर रहे हैं। बाजार में बिकने वाले खोवे में अरारोट व आलू को मिलाकर बेंचा जा रहा है।

ऐसे करे पहचान

खोवे की मिलावट के पहचान के बारे में तमाम देशी नुस्खे है। खोवे को हाथ में लेकर मसले। अगर उसमें से घी निकले तो खोवा सहीं है। इसके अलावा अगर खोवा गोली बन जाए तो सही है लेकिन अगर खोवा भुरभरा हो जाए तो गलत है।

Posted By: Inextlive