बरसात के मौसम के साथ ही सर्दी खांसी का दौर भी शुरू हो जाता है। ऐसी खांसी अक्‍सर बदलते मौसम का असर होती है और कोई गंभीर समस्‍या नहीं होती है। हांलाकि हर बार ये सही नहीं होता है अगर आपको लंबे समय तक खांसी आ रही है तो इसे ये मौसमी असर ही होगा ये सोच कर उसे नजरअंदाज ना करें और जांच करवायें क्‍योंकि ये कैंसर और टीबी जैसी बीमारियों के लक्षण भी हो सकते हैं।

टीबी का खतरा पहचानें   
लंबे समय तक आने वाली खांसी यह इशारा करती है कि आपके फेफड़ों में किसी तरह के संक्रमण की शुरुआत हो रही है। दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना टी.बी का लक्षण  हो सकता है। टी.बी में आने वाली खांसी दिन प्रतिदिन बढती जाती है। कुछ समय बाद हालत बिगड़ने पर खांसते समय खून भी आने लगता है। ये खांसी फेफड़ों, सांस की नलियों और गले में संक्रमण होने से या किसी कमी की वजह से होती है। नाक या मुंह की बीमारियों से खांसी नहीं होती। खांसी फेफड़ों में होने वाली टी.बी की ओर इशारा करती है। अगर आपकी खांसी को तीन हफ्ते से ज्यादा हो गए और ऐसे लक्षण देखने के मिल रहे हैं तो डॉक्टर को जरुर दिखाएं।
कैंसर का लक्षण हो सकती है खांसी
विशेषज्ञों को मानना है कि कई बार खांसी अपने आप में कोई रोग नहीं बल्कि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का लक्षण भी हो सकती है। खांसी आम तौर पर फेंफड़ों के कैंसर का लक्षण होती है। अगर आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है और निरंतर खांसी बनी हुई है, जिसके साथ खून आना भी शुरू हो जाए तो समझ लीजिए कि ये लंग कैंसर के लक्षण हैं। इनकी बिलकुल भी उपेक्षा ना करें और तुरंत डाक्टर से संपर्क करके इलाज शुरू करें।

स्वाइन फ्लू की दस्तक
इसी तरह से सामान्य सर्दी जुकाम से होने वाली खांसी भी कम खतरनाक नहीं होती है। कभी कभी ये स्वाइन फ्लू की आहट भी हो सकती है। अगर आपको सर्दी और खांसी काफी समय से बनी हुई है और उसके साथ 101 डिग्री के आस पास बुखार भी हो रहा है तो सावधान हो जायें और डाक्टर के पास जाकर जांच करवायें, ये स्वाइन फ्लू के लक्षण भी हो सकते हैं।

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Posted By: Molly Seth