- अचानक रक्तश्राव से मिलता है कैंसर का संकेत

- महिला चिकित्सकों के सेमिनार में कारण व बचाव पर चर्चा

PATNA : महिलाओं में उम्र के ब्0 वें पड़ाव के बाद हार्मोनल इन बैलेंस का खतरा बढ़ रहा है। प्रदेश में भ्0 प्रशित महिलाओं में ये रोग पाया गया है जो चिंता की बात है। इसका सबसे बड़ा कारण महिलाओं का जागरुक नहीं होना है। इस बड़ी समस्या को लेकर महिलाओं को अवेयर करने और उपचार के लिए रविवार को राजधानी में इंडियन मेनोपास सोसायटी के तहत महिला चिकित्सकों ने सेमिनार आयोजित कर जागरुकता का प्लान तैयार किया है। जिसमें राजधानी की कई वरिष्ठ महिला चिकित्सक शामिल हुई।

इसलिए होती है समस्या

महिला चिकित्सकों का कहना है कि महिलाओं में ब्0 वर्ष के बाद हार्मोन में बदलाव होने लगता है। ऐसे में अचानक से अनियमित रक्तस्त्राव होता है। महिलाएं अक्सर इसे नजर अंदाज करती हैं जिससे आगे चलकर बड़ी और गंभीर बीमारी होने का खतरा होता है। ऐसे लक्षण यूट्रेस कैंसर का भी संकेत देते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी स्थित को सामान्य समझने की भूलकर महिलाएं बड़ी बीमारी को दावत देती हैं।

ये है समस्या का बड़ा कारण

- अनियमित दिनचर्या

- अत्याधिक मोटापा

- सुगर ब्लड प्रेशर

- हाईपर टेंशन

- हार्मोन में अनियमितता होना

- दवाओं का रिएक्शन होना

- तनाव में रहना

- यूट्रेस में किसी कारण से गांठ बनना या संक्रमण होना

- यूट्रेस कैंसर होना

- अवयेर हों तो बीमारी नहीं होगी गंभीर

- महिलाएं सेहत को लेकर गंभीर रहें

- फ्भ् की उम्र के बाद रेगुलर चेकअप कराएं

- कोई भी संक्रमण या हारमोनल प्राब्लमस में डॉक्टर से सलाह लें

- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा

महिलाओं में हार्मोनल इन बैलेंस के कारण ब्लीडिंग की समस्या होती है। इसे सामान्य समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। ऐसे लक्षण खतरनाक होता हैं जिसमें लापरवाही से कैंसर तक हो सकता है।

- डॉ ऊषा डिडवानिया, महिला रोग विशेषज्ञ

Posted By: Inextlive