न लें टेंशन, घर पर ही मां को दें अटेंशन
बरेली: शहर में इस समय लॉकडाउन है इसलिए सभी को घर से निकलने की परमीशन नहीं है। पुलिस लॉकडाउन का सख्ती से पालन करा रही है और घर से बिना वजह बाहर निकलने वालों पर कार्रवाई कर रही है। वहीं नवरात्र भी शुरू हो चुके हैं इसलिए आप टेंशन न लें और घर पर ही पूजा आदि करें जिससे आपके साथ ही दूसरे लोग भी सेफ रहें।
राशिवार ऐसे करें पूजन -मेष: मां शैलपुत्री की उपासना करें एवं प्रत्येक माह की नवमीं तिथि का व्रत करें। -वृष: मां ब्रह्माचारिणी की उपासना करें तथा प्रत्येक माह की नवमीं तिथि का व्रत करें। -मिथुन: मां चन्द्रघंटा की उपासना करें तथा प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि का व्रत करें। -कर्क: मां सिद्दिदात्री की उपासना करें एवं प्रत्येक माह की नवमीं तिथि का व्रत करें। -सिंह: मां कालरात्रि की उपासना के साथ प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि का व्रत करें।-कन्या: मां चन्द्रघंटा की उपासना के साथ प्रत्येक माह की नवमीं तिथि का व्रत करें।
-तुला: मां ब्रह्माचारिणी की उपासना के साथ प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि का व्रत करें। -वृश्चिक: मां शैलपुत्री की उपासना के साथ प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि का व्रत करें। -धनु: मां सिद्धदात्री की उपासना के साथ प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि का व्रत करें।-मकर: मां सिद्धदात्री की उपासना के साथ काली की उपासना करना भी अति लाभदायक रहेगा। यह जातक प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि का व्रत करें।
-कुम्भ: मां सिद्धदात्री एवं काली की उपासना करें एवं नवमीं तिथि का व्रत करें। -मीन: मां सिद्धदात्री की उपासना के साथ प्रत्येक माह की नवमी तिथि का व्रत करें। नौ दिन ऐसे करें पूजन -प्रथम नवरात्र के दिन मां के चरणों मे गाय का शुद्ध घी अर्पित करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है। -दूसरे नवरात्र में मां को शक्कर का भोज लगाएं, घर के सभी सदस्यों की आयु वृद्धि होती है। -तृतीय नवरात्र में मां को दूध से बनी मिठाई का भोग लगाकर ब्राह्माणों को दान दें इससे दुखों से मुक्ति मिलती है। -चतुर्थ नवरात्र में माल-पुए का भोग लगाकर मंदिर में ब्राह्माणों को दान करने से बुद्धि का विकास के साथ निर्णय शक्ति बढ़ती है। -पंचम नवरात्र में केले का नैवेध चढ़ाने से शरीर स्वस्थ रहता है। -छठे नवरात्र में शहद का भोग लगाने से आकर्षण शक्ति बढ़ती है। -सातवें नवरात्र में गुड़ का भोग लगाने के बाद ब्राह्माणों को दान देने से आकस्मिक संकटों से रक्षा होती है। -आठवें नवरात्र में नारियल का भोग लगाने से संतान संबंधित परेशानी से छुटकारा मिलता है।-नवमी के दिन तिल का भोग लगाने से अनहोनी की आशंका खत्म होती है।