विद्वान बोले, कोरोना के संक्रमण को रोकना सबसे बड़ा महायुद्ध

विद्वानों के मुताबिक, गाय को खिलाने से भी मिलेगा फल

Meerut । कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन के कारण इस बार श्रद्धालुओं के लिए कन्या पूजन मुश्किल होता जा रहा है। दरअसल, कोरोना के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेसिंग बहुत जरूरी है। लिहाजा इस बार लोग नवरात्रि में कन्या पूजन को लेकर दुविधा में है, लिहाजा ऐसे में लोग कन्यापूजन को लेकर पंडितों से उपाय पूछ हैं। उनका कहना है कि अगर कन्या पूजन नहीं तो फिर उसका विकल्प क्या है। कन्या पूजन कैसे करेंगे। हालांकि इस बाबत विद्वानों का कहना है कि कन्या पूजन की जगह गाय का पूजन करें।

बस मन में श्रद्धा रखें

पंडितों का कहना है कि पूजन करने के लिए मन में श्रद्धा होनी चाहिए, इस समस्या का हल करने के लिए दिक्कत आ रही है। बड़ी समस्या के हल के लिए थोड़ी सी परेशानी है, जिससे समझदारी से निपटना होगा।

खुलेंगे थोड़ी देर मंदिर

सदर दुर्गा प्राचीन मंदिर के पुजारी अरुण ने बताया कि अष्टमी नवमी के दिन मंदिर खुला होगा। पुजारी सुबह मां की पूजा अर्चना करेंगे। भक्त घर पर ही मां की आराधना करें। उन्होंने कहाकि पूजन करें, प्रसाद बनाएं और या तो गाय को खिलाएं या फिर पांच पुडि़या हलवा चने बनाकर मंदिर में दें। वहीं पंडित गाय को प्रसाद खिलाने की सलाह दे रहे हैं।

कोट्स

गाय में भी सभी देवी देवताओं का वास है। इसलिए उनको भी प्रसाद खिलाया जा सकता है, या फिर मंदिर में भी दिया जा सकता है।

चिंतामणि जोशी, पूर्व प्राचार्या,

विल्वेश्वरनाथ महाविद्यालय

मंदिर सुबह मां के श्रृंगार के लिए पुजािरयों द्वारा खोला जाएगा। कुछ देर के लिए , ऐसे में भक्तों को बोला गया है वो घर पर पूजन कर ले। पांच पुडि़या व हल्वा आदि बना कर मंदिर में भेज दें, लेकिन मंदिर में भीड़ न लगाएं।

संजीव नौटियाल, पुजारी, शिव मंिदर थापरनगर

Posted By: Inextlive