सुरक्षित तरीके से सेक्स और कंडोम को बढ़ावा देने के लिए ब्रिटेन में एक नया रेस्तरां खुला है लेकिन अभी भी कई लोगों को कंडोम खरीदने में हिचक होती है.

कैबिज एंड कंडोम एक थाई रेस्तरां है, जहां खाना के साथ गर्भ-निरोधक भी दिया जाता है. रेस्तरां की दीवारों को भी कंडोम से सजाया गया है.

इस रेस्तरां से होने वाला पूरा मुनाफ़ा थाईलैंड में यौन-शिक्षा और एड्स की रोकथाम कार्यक्रमों के लिए दिया जाता है. थाईलैंड से बाहर पहली बार इसकी कोई शाखा खुली है.

लेकिन ब्रिटेन में अभी भी लोग खुलेआम कंडोम खरीदने से हिचकते हैं और सेक्स के बारे में आमतौर पर बात नहीं कर पाते हैं. वैसे तो ब्रिटेन में दुकानों पर अलग-अलग खुशबू वाले भांति-भांति के कंडोम बिकते हैं.

सवाल उठता है कि इस हिचक की वजह आखिर क्या है?

कंडोम और शर्मफ्यूज़न कंडोम्स ने अपने एक सर्वेक्षण में पाया कि सर्वेक्षण में शामिल 56 प्रतिशत लोगों को कंडोम खरीदने में शर्म आती है. इनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं.

टेरेन्स हिगिन्स ट्रस्ट के कार्यकारी निदेशक जेनेवी एडवर्ड्स कहते हैं, ''ब्रिटेन के कई लोग सेक्स करना आसान समझते हैं, इसके बारे में बात करना उनके लिए मुश्किल है.''

वे कहते हैं, ''आप दुकान पर जाकर कंडोम खरीद रहे हैं, इसका मतलब है आप सेक्स करेंगे जिसका सार्वजनिक स्थानों पर इज़हार करना लोग पसंद नहीं करते हैं.''

सरे में रहने वाले 48 वर्षीय जेम्स वैसे तो एक सफल कारोबारी हैं लेकिन जब कंडोम खरीदने की बात आती है, तो उन्हें दिक्कत महसूस होती है.

वे कहते हैं, ''मैं इस मामले में जवानी के दिनों से ही असहज रहा हूं. मैं दुकान पर जाकर किसी व्यक्ति से कंडोम मांगने के बजाए सेल्फ सर्विस सेंटर से कंडोम खरीदता हूं.''

ऑनलाइन कंडोम 

ब्रिटेन में ये भी सुविधा है कि आप ऑनलाइन ऑर्डर करके घर बैठे कंडोम मंगा सकते हैं.

इसकी वजह से बीते चार वर्षों में कंडोम की ब्रिकी भी बढ़ी है. लेकिन यहां भी लोगों को कंडोम खरीदने में दिक्कत होती है.

ऑनलाइन कंडोम की सुविधा मुहैया कराने वाली कंपनी के प्रबंध निदेशक एलेक्स ग्रीन कहते हैं, ''हम हर आकार का कंडोम बेचते हैं. लोग तरह-तरह से अपनी चिंता जताते हैं. उन्हें ऑनलाइन कंडोम खरीदने में भी शर्म आती है.''

एलेक्स ग्रीन बताते हैं कि कंडोम पैक करने के लिए सादी पैकिंग का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि लोग नहीं चाहते कि पैकिंग से पता चले कि पैकेट के अंदर कंडोम है.

मनो-चिकित्सक फिलिप होडसन कहते हैं, ''ब्रितानी लोग इस मामले में अजीब हैं.'' वे कहते हैं कि कंडोम के बारे में युवाओं को पढ़ाया जाना चाहिए.

स्कूलों में सेक्स-शिक्षास्वास्थ्य जगत से जुड़े पेशेवर लोगों का कहना है कि इस समस्या से निजात पाने का बेहतर तरीका ये है कि स्कूलों में सेक्स की शिक्षा भली-भांति दी जाए.

फिलिप होडसन हॉलैंड जैसे देशों का उदाहरण देते हैं जहां लोग स्वाभाविक तौर से सेक्स के बारे में बात करते हैं.

फ्यूज़न ने अपने सर्वेक्षण में पाया कि ब्रिटेन में 16 से 19 आयुवर्ग के लोग कंडोम खरीदने में सबसे ज्यादा हिचकते हैं. अन्य आयुवर्ग के लोगों के साथ ही कमोबेश यही स्थिति है.

डाक्टर ऑड्री सिम्पसन कहते हैं, ''युवाओं को स्कूलों में सेक्स के बारे में बहुत ज्यादा शिक्षा नहीं मिलती है. वे ऐसे समाज में बड़े होते हैं जहां सेक्स के बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती है.''

 

Posted By: Bbc Hindi