प्रियंका चोपड़ा के कई रंग हैं वो अपने फादर की लाडली थीं और उनकी डेथ के दुख से दूर भागने के लिए काम पर जल्दी लौटीं. वो मिलेनियम ग्लोबल कैम्पेन की गुडविल एंबेसेडर हैं. साथ ही खाने की शौकीन भी हैं आइये जाने कृष की बिलव्ड को.

लास्ट फ्राइडे रिलीज हुई कृष 3 की लीडिंग लेडी प्रियंका चोपड़ा अपनी पर्सनल लाइफ में कोई सुपर वुमेन नहीं हैं और ना ही उनकी प्राब्लम्स से डील करने के लिए हेल्प करने वाला कोई सुपर हीरो उनके साथ है फिर भी वो अपनी लाइफ को अपने तरीके से परफेक्ट बना लेती हैं.
I should have taken the time to deal with father's death    
अपने फादर की डेथ के ठीक चार दिन बाद अपने काम पर लौटी प्रियंका को सभी ने उनके कमिटमेंट के लिए काफी अप्रिशिएट किया था पर अगर प्रियंका की बात माने तो ये उनकी मजबूरी थी. फादर की डेथ के पेन को सहना उनके लिए आसान नहीं था, ये प्रियंका की लाइफ का सबसे बड़ा दुख था और उससे दूर भागने के लिए ही वो जल्दी से अपने काम पर लौट आयीं. उन्हें लगता है की अगर वो घर पर रहतीं तो पागल हो जातीं.

प्रियंका का कहना है की उनके फादर की डेथ का मतलब उनके लिए सिर्फ अपने डैड को खोना नहीं था बल्किह अपने बेस्ट फ्रेंड, गाइड, मेंटर और गार्जियन को खो देना था. वो जल्दी काम पर लौटीं क्योंकी उनके फादर को पसंद नहीं था की वो खाली बैठें और दूसरी तरफ वो अपने डैड के जाने की तकलीफ बेयर नहीं कर पा रही थीं और उससे दूर भागना चाहती थीं और काम ही ऐसा तरीका था जो उन्हें इस दर्द से दूर ले जा सकता था. प्रियंका के फादर इंडियन आर्मी में डाक्टर थे और 1997 में कर्नल की पोस्ट से रिटायर हुए थे. 10 जून 2013 को 64 इयर की एज में उनकी कैंसर से डेथ हो गयी थी.
Proud to represent girl campaign at UN
प्रियंका चोपड़ा यूनाइटेड नेशन फाउंडेशन के 'गर्ल अप' मूवमेंट का हिस्सा हैं हाल ही में उन्होंने इसके एन्युअल ग्लोबल लीडरशिप डिनर में पार्टिसिपेट किया और इस मूवमेंट का पार्ट होने पर खुशी जाहिर की. उन्होंने ट्विटर के जरिए इस डिनर का जिक्र किया जिसमें पॉलिटीशियन, बिजनेसमैन, गवरमेंट, एनजीओज, मीडिया, सेलिब्रिटीज और सोशल फील्ड के रिप्रेजेंटेटिवस ने पार्टिसिपेट किया.

प्रियंका ने लिखा, "यूनाइटेड नेशन ग्लोबल लीडरशिप डिनर में 'गर्ल अप' का रिप्रजेंटेशन कर प्राउड फील कर रही हूं. कई इंस्पायरिंग पर्सनेलिटीज से मिली जिन्होंने कई तरह के चेंजेस किए हैं." प्रियंका के अलावा फिल्ममेकर निजेल बार्कर और थ्री टाइम ओलंपिक मैडल विनर रेबेका सोनी भी इस मूवमेंट का पार्ट हैं. फार्मर मिस वर्ल्ड प्रियंका यूनाइटेड नेशन के मिलेनियम ग्लोबल कैम्पेन की गुडविल एंबेसेडर हैं.
Food makes me happy
प्रियंका चिप्स से लेकर पाव भाजी तक कुछ भी खा लेती हैं. उनका कहना है की मेरी खाना पचाने की कैपेसिटी काफी अच्छी है और मैं इसका पूरा फायदा उठाती हूं. उन्हें जिम जाना पसंद नहीं है और वो सब कुछ खाने में यकीन रखती हैं.

प्रियंका बताती हैं कि मेरा वेट इसलिए कम रहता है क्योंकि मैं बहुत काम करती हूं, मैं हमेशा एक्टिव रहती हूं. जब मैं ‘मैरी कॉम’ पर बन रही मूवी के लिए टे्रनिंग करती हूं तो हर रोज करीब 4-5 घंटे बॉक्सिंग करती हूं. उनका फेवरिट फूड है चीज विद मैगी नूडल्स. वैसे तो उन्हें  हर तरह का खाना पसंद है पर पराठे उनकी कमजोरी हैं. वो इनके बिना नहीं रह सकती हैं. प्रियंका को लगता है की उनके घर पर आपको सबसे बढिय़ा पराठे मिल जाएंगे.

Posted By: Kushal Mishra