लाइफ और वर्क दोनों को इजी बनाने के लिए हर चीज सीरीज से होना जरूरी माना जाता है। इससे टाइम और एनर्जी बचने के साथ ही काम भी जल्‍दी पूरे हो जाते हैं। बावजूद इसके कीबोर्ड के मामले में ऐसा नही है। अक्‍सर लोगों के मन में सवाल उठते कि आखिर कीबोर्ड में दिए गए वर्णमाला के अक्षर एक क्रम में क्‍यों नहीं हैं। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो यहां पर इसकी असली वजह...


क्रम में ही लिखाआपने देखा होगा कि कीबोर्ड पर अक्षर A के बाद B नहीं बल्कि S,D,F लिखे होते हैं। जब कि सामान्यत: अक्षरों की सीरीज में A के बाद B,C,D आता है। इसके पीछे यह नहीं कि कीबोर्ड बनाने वालों को अक्षर नहीं मालूम थे बल्कि टाइपराइटर से जुड़ी एक रीजनिंग छुपी है। 1868 में लैथम शोल्स ने पहला टाइपराइटर बनाया था। इस टाइपराइट में उन्होंने वर्णमाला के अक्षरों को क्रम में ही लिखा था। हालांकि इसे बनाने के कुछ दिन बाद उन्हें पता चला कि क्रम को सीधा रखने से बटन जाम हो रहे हैं। कीबोर्ड बाजार में
इसमें उन्होंने  E और I को पहली लाइन में और Z और X को नीचे वाली लाइन में सबसे कोने में सेट किया। जिससे अक्षरों वाली पहली लाइन Q,W,E,R,T,Y को क्वेर्टी नाम दिया। हालांकि बाद में यह मॉडल  शोल्स से ‘रेमिंग्टन एंड संस’ ने खरीदा तो इसे इसी नाम से जाना जाने लगा। इसके बाद 1874 में रेमिंग्टन ने कई और कीबोर्ड भी बाजार में उतारे। इसके बाद टाइपराइटर के बाद जब कंप्यूटर चलन में आए तो उनमें भी उंगलियों की सहूलियत और अक्षरों के इस क्रम को अपनाने का प्रयास हुआ है।

Technology News inextlive from Technology News Desk

Posted By: Shweta Mishra