शालिनी हत्याकांड प्रकरण: नौ दिन चले अढ़ाई कोस
-अब तक सिर्फ गैर जमानती वारंट ला सकी पुलिस, आवास का नहीं लिया सर्व वारंट
-विशाल और बीना आर्य को पकड़ने में पुलिस तंत्र पूरी तरह से नाकाम Meerut : डॉक्टर शालिनी आर्य की मौत में नामजद हत्यारोपी पति को गिरफ्तार करने में पुलिस पीठ दिखा रही हैं। नौ दिन का लंबा समय बीतने के बाद अभी तक गैर जमानती वारंट तक ही पहुंच पाई हैं, पुलिस ने अभी तक विशाल आर्य के घर का सर्च करने के लिए अदालत से वारंट भी नहीं कराया है, जिस प्रकार कार्रवाई हो रही है, उससे साफ है कि पुलिस खुद मामले को टाल रही है। परिवार के लोगों ने अफसरों से मिलकर डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग की। आला अफसर नहीं दे रहे तवज्जोवारदात को लेकर परिजन एसएसपी से लेकर आईजी तक मिल चुके हैं, इसके बाद भी डॉक्टर की गिरफ्तारी नहीं हुई, जबकि परिवार के लोगों ने दूसरे दिन ही गढ़ रोड जाम कर दिया था। परिवार के लोगों का दावा है कि पुलिस को डॉक्टर विशाल आर्य की जानकारी है, उससे पकड़ नहीं रही है, दिल्ली के बाद उसकी लोकेशन आगरा में मिली है, इससे साफ है कि विशाल आर्य बिसरा रिपोर्ट को बदलवाने के लिए आगरा लैब में कोई जद्दोजहद तो नहीं कर रहे हैं, जिसे लेकर शालिनी के परिजनों में रोष है।
गुमराह कर रही पुलिस शालिनी के परिजनों का का कहना है कि पुलिस उन्हें लगातार गुमराह कर रही है। क्योंकि अभी तक पुलिस ने डॉक्टर को शह देने वाले सौरभ और विक्रम को भी नहीं पकड़ा है। पुलिस से उन दोनों को पकड़ने की मांग की तो तर्क दिया कि शहर छोड़कर चले गए, जबकि विक्रम हाल में भी अपने आरोपी डॉक्टर और उनकी मां को पकड़ने के लिए टीम लगाई हुई है, जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा। अदालत से विशाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करा लिया है, उसके बाद कुर्की की कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। गजेंद्र पाल यादव इंस्पेक्टर, थाना सदर घर पर मौजूद है। डॉक्टर विशाल के आगरा में छिपे होने की भनक लगी थी। लेकिन जिस लोकेशन पर डॉक्टर विशाल का होना बताया जा रहा था, वह सही नहीं निकली। आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। दिनेश चंद्र दुबे एसएसपी, मेरठ