भारत में लू से मरने वालों की संख्‍या 2000 के पार पहुंच गई है. तेलंगाना से लेकर उत्तर भारत के अस्‍पतालों में मरीजों की लंबी लाइनों से डॉक्‍टरों की हालत पस्‍त होने लगी है. ऐसे में डॉक्‍टरों का कहना है कि अगर मेडिसिनल टिप्‍स को फॉलो किया जाता तो इतनी बड़ी जनहानि से बचा जा सकता था. आइये जानें किन टिप्‍स की बात कर रहे हैं डॉक्‍टर्स...


एयर सर्कुलेशन है जरूरीडॉक्टर्स ने कहा है कि आप अपने घर में जितनी कोशिश हो सके एयर सर्कुलेशन की बंदोबस्त रखें. इसके लिए शाम को दरवाजों को खुला रखकर बड़े पंखों से गर्म हवा को बाहर करने की व्यवस्था की जा सकती है जो एग्जॉस्ट की तरह काम करेगा. इसके साथ ही सूरज निकलते ही घर के सभी दरवाजे खिड़कियों को बंद रखा जाए. इसके साथ ही सभी खिड़कियों के पर्दों को भी बंद किया जाए. ऐसा करने से आप अपने घर को सामान्य से अधिक देर तक ठंडा रख पाएंगे. पानी भी होगा हेल्पफुल


इन गर्मियों में जब पारा 43 डिग्री के पार पहुंच रहा है तो आप अपने शरीर के तापमान को ठंडा रखने के लिए पानी की मदद ले सकते हैं. गर्मी की वजह से छत पर रखी टंकियों का पानी गर्म हो जाता है इसलिए आप सूरज निकलने से पहले ही घर पर मौजूद टब, बाल्टी और ड्रम आदि को पानी से भर लें. इससे आप दिनभर में जब भी पानी यूज करना चाहेंगे तो आप ठंडा पानी यूज कर पाएंगे. इससे आपको गर्मी से फौरी तौर पर राहत तो मिल ही जाएगी.ग्राउंड फ्लोर पर बिताएं दिन

डॉक्टरों का कहना है कि गर्मियों में टॉप फ्लोर का तापमान ज्यादा गर्म रहता है. ऐसे में लोगों को ग्राउंड फ्लोर पर टाइम बिताना चाहिए. अगर आपके घर में बेसमेंट है तो आप को वहीं दिन में रहना चाहिए. पीते रहें पानी और नमक-चीनी का घोलडॉक्टर्स का कहना है कि गर्मी में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी पीते रहना चाहिए. अगर आप खूब सारा पानी पी सकते हैं तो ठीक है नहीं तो आपको अपने पानी पीने की मात्रा में वृद्धि तो जरूर ही करनी चाहिए. अगर आप कॉफी-चाय के दीवानें हैं तो बेहतर हैं इन गर्मियों में आप कॉफी-चाय की जगह नमक-चीनी का घोल पीना शुरु कर दें.

Posted By: Prabha Punj Mishra