चार घंटे ठप रही बेली हॉस्पिटल की ओपीडी, सैकड़ो मरीज हुए परेशान, अन्य हॉस्पिटल्स में भी रही दिक्कत

ALLAHABAD: अधीक्षक से मारपीट और वकीलों की ओर से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने से नाराज बेली हास्पिटल के डॉक्टरों ने शनिवार को चिकित्सा सेवाएं ठप कर दीं। चार घंटे तक ओपीडी बंद रहने से हजारों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों द्वारा काम बंद किए जाने से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते तमाम अधिकारी बेली हॉस्पिटल पहुंचकर डॉक्टरों पर समझौते का दबाव बनाने लगे। बाद में, एसएसपी ने पीएमएस संघ की मांग पूरा करने का आश्वासन देकर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म कराई। इस दौरान शहर के दूसरे सरकारी हॉस्पिटल्स में भी चिकित्सा सेवाएं प्रभावित रहीं।

क्रास एफआईआर से भड़का गुस्सा

गुरुवार को बेली हॉस्पिटल में दो वकीलों ने अधीक्षक डॉ। आरएस ठाकुर के साथ मारपीट की थी। उन पर कुर्सी से भी हमला किया था। घटना से नाराज पीएमएस संघ के डॉक्टरों ने कामकाज बंद कर वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। बदले में शुक्रवार को वकीलों ने कचहरी में कामकाज बाधित कर एसएसपी का घेराव किया। उन्होंने देर शाम बेली हॉस्पिटल के दो डॉक्टर और पांच अज्ञात के खिलाफ मारपीट और छिनैती का मामला दर्ज कराया। इससे नाराज डॉक्टरों ने शनिवार को सुबह दस बजे स्वास्थ्य सेवाएं बाधित कर दीं। सभी ओपीडी में ताला लगाकर वे हड़ताल पर चले गए। इलाज बंद होने से मरीजों को काफी दिक्कतें हुई।

घंटों चली मान-मनौव्वल

देखते ही देखते कॉल्विन, डफरिन और टीबी हॉस्पिटल में भी कामकाज प्रभावित हो गया। जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। सुबह 11 बजे पुलिस के तमाम अधिकारी सहित सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम सिटी ने बेली हॉस्पिटल पहुंचकर मान मनौव्वल शुरू कर दी। डॉक्टरों का कहना था कि वे मार खाकर काम नहीं कर सकते। उनकी मांग पूरी की जाए। हॉस्पिटल में डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। काफी बहस के बाद हल नहीं निकलने पर डॉक्टरों ने एसएसपी से मुलाकात की।

मानी गई चार मांगें

शनिवार दोपहर एसएसपी के साथ सीएमओ, सीएमएस डॉ। नीति श्रीवास्तव, पीएमएस संघ के सचिव डॉ। कमलाकर सिंह, डॉ। एपी सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट, एडीएम सिटी ने बैठक की। डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर चार सूत्री मांग रखी। इन्हें एसएसपी ने पूरा करने का आश्वासन दिया।

इन शर्तो पर मानें डॉक्टर

वकील सरकारी हॉस्पिटल में यूनीफार्म में न आएं एवं अनावश्यक दबाव नहीं डालें

सुरक्षा की दृष्टि से 100 डायल वाहन को हॉस्पिटल में 24 घंटे खड़ा किया जाए

हॉस्पिटल में मृत पड़ी पुलिस चौकी में कम से कम एक उप निरीक्षक, चार आर्म गार्ड की तैनाती 24 घंटे रहे

- बार से लिखित आश्वासन मिलना चाहिए कि भविष्य में वकील इस तरह की घटना को नहीं दोहराएंगे

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इलाज के लिए भटकते रहे मरीज

हॉस्पिटल में इलाज ठप हो जाने से सैकड़ो मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इनमें से किसी को एक्सरे करवाना था तो कोई दवा लेने आया था। डॉक्टरों ने आश्वस्त किया है कि उन्होंने हड़ताल वापस ले ली है और सोमवार से पुन: ओपीडी बहाल कर दी जाएंगी। शनिवार को इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गई थीं।

ये लोग हुए परेशान

1- सोरांव की रहने वाली कुमारी तनु के साथ मारपीट कर सिर पर चोट पहुंचाई गई थी। शनिवार को पुलिस उसका एक्सरे कराने लाई थी लेकिन हड़ताल के चलते उन्हें बैरंग वापस जाना पड़ा।

2- सलोरी से आए विकास कुमार को डॉक्टर ने सीटी स्कैन कराने की सलाह दी थी। लेकिन, हड़ताल हो जाने के बाद उनकी जांच नही हो सकी।

3- नयापुरा के रहने वाले अरुण को पेट दर्द की दवा लेनी थी लेकिन अचानक हड़ताल हो जाने से उन्हें सफलता नही मिली। दो घंटे तक वह परेशान होते रहे।

4- मंसूराबाद नवाबगंज के मेवालाल की पत्‍‌नी को पैर में गांठ हो गई है। उसका एक्सरे होना था लेकिन शनिवार को हड़ताल हो जाने से नहीं हो सका।

एसएसपी के साथ बैठक में हमारी चारों मांगे स्वीकार कर ली गई हैं। हमने हड़ताल वापस ले ली है। सोमवार से मरीजों की ओपीडी बहाल कर दी जाएगी।

डॉ। कमलाकर सिंह, सचिव, पीएमएस एसोसिएशन

Posted By: Inextlive