-इमरजेंसी के बाद इस बार मेडिसिन वार्ड में मरीज के तीमारदार की पिटाई की, वृद्धा ने दम तोड़ा

-मरीज की भी मौत, तीमारदारों ने बीएचटी खोने की वजह से इलाज नहीं करने का जेआर पर लगाया आरोप

KANPUR : दो दिन पहले जहां हैलट इमरजेंसी में सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टर्स ने तीमारदारों के साथ मारपीट कर हड़ताल कर दी थी वहीं शुक्रवार को मेडिसिन विभाग के जूनियर डॉक्टर्स ने वार्ड-15 में वृद्ध महिला के इलाज के लिए गुहार लगा रहे तीमारदार को पीट दिया। इस बीच वृद्धा की भी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव और तीमारदारों को किसी तरह बाहर निकलवाया।

बीएचटी गायब होने से नहीं मिला इलाज

फतेहपुर के खालिसपुर गांव निवासी बसारत ने अपनी मां खतीजा बेगम (85) को गुरुवार शाम को इमरजेंसी में भर्ती कराया था। उनका मेडिसिन विभाग के डॉ। अरविंद कुमार की यूनिट में इलाज चल रहा था। बसारत के बेटे नौशाद अली ने आरोप लगाया कि गुरुवार शाम को उनकी दादी को इमरजेंसी से वार्ड-15 में शिफ्ट कर दिया गया। इस दौरान इलाज के लिए जो बीएचटी बनी थी वह गायब हो गई। इस वजह से रात में कोई इलाज ही नहीं हुआ। सुबह जब वह डॉक्टर्स के पीछे पड़े तो 11 बजे बीएचटी निकाली गई। उसके बाद इलाज शुरू हो सका, लेकिन तब तक खतीजा बेगम की हालत काफी बिगड़ गई थी।

मरीज भी मरा और मार भी खाई

बसारत ने आरोप लगाया कि कोई सीनियर डॉक्टर उनकी मां को देखने नहीं आया। जूनियर डॉक्टर्स से गुहार लगाई तो उनके बेटे नौशाद को 5-6 जूनियर डॉक्टर्स ने पीट दिया। इस बीच खतीजा बेगम की भी मौत हो गई। आरोप यह भी है कि जब मारपीट की सूचना पर पुलिस चौकी से पुलिस वार्ड पहुंची तब भी जेआर ने नौशाद को पीटा। इसके बाद थाने से एसएसआई हरि शंकर मिश्रा वार्ड पहुंचे इसके बाद शव को वार्ड से निकाला जा सका। जेआर से मारपीट के मामले में नौशाद की तरफ से कोई शिकायत थाने में दर्ज नहीं कराई गई है और परिजन शव लेकर चले गए।

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मेडिसिन वार्ड में तीमारदारों से मारपीट का मामला संज्ञान में है। पता लगाया जा रहा है कि किसकी कैसे झगड़ा शुरू हुआ। वृद्धा काफी गंभीर हालत में भर्ती हुए थी।

- डॉ। आरसी गुप्ता, एसआईसी, एलएलआर हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive