आत्महत्या में उलझी गुत्थी

जीवन ज्योति हास्पिटल में पै्रक्टिस के साथ मैनेजमेंट भी देखता था मृतक

पत्‍‌नी और बेटी रहती हैं गांव में, बेटा भी दो दिन पहले चला गया था घर

गोली लगने से हुई मौत, असिस्टेंड रात में घर क्यों गई थी, बना पहेली

ALLAHABAD: इस कहानी का पूरा सच सिर्फ एक आदमी जानता है वह है एक महिला। उसने डॉक्टर के घर वालों को सूचना दी। पुलिस को बताया और अपने इमीडिएट बॉस को बताकर पहले मदद की गुहार लगाई और फिर बताया कि डॉक्टर की मौत हो चुकी है। महिला वंदना वुमंस की इम्प्लाई है और गोली खाकर जान गवांने वाला डॉक्टर राहुल जीवन ज्योति हॉस्पिटल में प्रैक्टिस के साथ यहां का मैनेजमेंट देखता था। पुलिस प्राइमाफेसी इसे सुसाइड बता रही है जबकि घर वाले और डॉ। राहुल पाल सिंह के परिवारवाले और शुभेच्छु इसे सीधे-सीधे मर्डर बता रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत की पुष्टि हो चुकी है। अब पुलिस को खुलासा करना है कि यह हत्या थी या आत्महत्या।

गंगानगर में रहते थे मकान बनवाकर

मूलत: सुल्तानपुर जिले के करौंदी पहाड़पुर गांव निवासी देवेन्द्र पाल सिंह रिटायर्ड शिक्षक हैं। उनके दो बेटों में बड़ा डॉ राहुल पाल सिंह था। वह कैंट एरिया के गंगानगर मोहल्ले में कुछ साल पहले ही मकान बनवाकर रहा करता था। उसके साथ 11 साल का बेटा हर्ष भी रहता था। पत्‍‌नी सुधा सिंह व बेटी हर्षिता गांव में रहते हैं। डॉ राहुल रामबाग स्थित जीवन ज्योति अस्पताल में दस सालों से काम करता था। वह हास्पिटल का मैनेजमेंट भी संभालता था। जीवन ज्योति हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ। एके बंसल का कहना है कि राहुल बेहद संजीदा इंसान था। उसका कार्य और व्यवहार दोनो अच्छा था। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह दस सालों से हॉस्पिटल से जुड़ा था।

कौन है महिला मित्र

सूत्रों का कहना है कि डॉ। राहुल के कमरे में घटना के समय मौजूद रही युवती का नाम अंकिता गौड़ था। उसे जॉब दिलवाने में डॉ। राहुल ने मदद की थी। वह नेतराम चौराहे के पास कटरा में परिवार के साथ रहती है। महिला ने पुलिस को जो बताया है उसके मुताबिक दो दिन पहले डॉ। राहुल का बेटा गांव चला गया था। थर्सडे नाइट राहुल ने फोन करके उसे अपने घर डिनर पर बुलाया था। दोनों ने घर पर ही चाऊमिन बनाकर खायी। उसके अनुसार राहुल ने शराब भी पी। उसके अनुसार डॉक्टर के पास लाइसेंसी रिवाल्वर थी। गोली उसके रिवाल्वर से चली थी। जिससे उसकी मौत हो गयी। गोली उसके कनपटी पर दाएं साइड पर लगी। गोली लगते ही राहुल जमीन पर गिर पड़ा। इतना होता देख युवती ने पुलिस समेत डाक्टर के परिवार वालों को इस घटना की सूचना दी। खबर मिलने पर कैंट पुलिस मौके पर पहुंच गयी। और डॉक्टर को आनन फानन में हास्पिटल ले गई, वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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परिवार में मच गया कोहराम

घटना की जानकारी होते ही परिवार के सदस्यों के साथ छोटा भाई राजन व कई रिश्तेदार पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। भाई ने शक जताया कि राहुल की हत्या की गई है। इसमें महिला का हाथ है। एसओ कैंट बृजेश द्विवेदी का कहना है कि महिला ने पूछताछ में बताया है कि जब वह डाक्टर के घर पर पहुंची, तो वह नशे में धुत था। वह रिवाल्वर चलाकर दिखा रहे थे। जबकि उसने ऐसा करने से कई बार मना भी किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार गोली डॉक्टर के सिर में धंसी मिली है। इसी के चलते उनकी मौत हो गई। एहतियात पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। पुलिस डॉक्टर के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे

घटना पर खड़े हुए सवाल

घटना के बाद पुलिस ने स्पॉट पर मिली रिवाल्वर को चेक किया वह उसमें लॉक लगा मिला

लॉक लगा था तो गोली कैसे चली

महिला अकेले रात साढ़े 11 बजे डॉक्टर के घर क्यों गई

डॉक्टर के नशे में रिवाल्वर से फायर करने की सूचना उसने मौत के बाद क्यों दी

डॉक्टर उसे रात 11 बजे रिवाल्वर चलाना क्यों सिखा रहा था

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आत्महत्या नहीं कर सकता राहुल

घटना के संबंध में बात करने पर जीवन ज्योति हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। एके बंसल ने बताया कि राहुल न तो बीमार था और न ही डिप्रेशन में था। वह तेज और डायनमिक लड़का था। वह सुसाइट कर ही नहीं सकता। उनके मुताबिक रात साढ़े 11 बजे अंकिता ने उन्हें फोन किया था। तब उसने कहा कि राहुल रिवाल्वर लेकर खड़ा है, प्लीज उसे बचा लीजिए। वह उसे रिवाल्वर चलाना सिखा रहा है। एक गोली मिस हो चुकी है। इसके बाद उसने बताया कि दूसरी गोली से उसकी मौत हो गई है। डॉक्टर बंसल का कहना है कि उन्होंने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी जबकि कॉल करके पहले अंकिता ने उनसे बचा लेने की गुहार लगाई थी।

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परिस्थितियां आत्महत्या की ओर इशार कर रही हैं। डॉक्टर की रिवाल्वर को फ्रिंगरप्रिंट जांच के लिए भेज दिया गया है। साथ घर में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस खंगाल रही है। जल्द ही पूरे तथ्य सामने आ जाएंगे।

विपिन टाडा, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive