शाम ढलते ही सड़क पर चलने वालों के दुश्मन बन जाते हैं स्ट्रीट डॉग

डॉग बाइट के केस से हॉस्पिटल्स पर बढ़ गया है प्रेशर

ALLAHABAD: स्ट्रीट डॉग की बढ़ती आबादी चिंता का सबब बन गई है। बारिश में सड़क पर लड़ते झगड़ते स्ट्रीट डॉग शाम ढलते ही लोगों के दुश्मन बन जाते हैं। खासकर छोटे बच्चे व दोपहिया वाहन चालक इनके टारगेट बन रहे हैं। ये अचानक हमला कर लोगों को अपने विषैले दांतों से लोगों को जख्मी कर दे रहे हैं। बाइक सवार तो इनसे बचने के चक्कर में कई बार गिरकर घायल भी हो जा रहे हैं। इनकी आक्रामकता से लोगों में हर पल भय बना रहता है कि कहीं ये कुत्ता मुझे काट न खाए। रोज दर्जनों लोग डॉग बाइट का शिकार बन हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। इससे हॉस्पिटल्स पर भी प्रेशर बढ़ गया है। बावजूद इसके नगर निगम की ओर से इन स्ट्रीट डॉग्स की बढ़ती आबादी रोकने के उपाय नहीं किए जा रहे हैं।

बढ़ गया है एआरवी का बजट

शहर में बढ़ते डॉग बाइट के केसेज के चलते हॉस्पिटल्स का एंटी रैबीज वैक्सीन का बजट बढ़ता जा रहा है। बेली हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। वीके सिंह बताते हैं कि वर्तमान में रोजाना 70 से 80 वैक्सीन आने वाले मरीजों को लगाई जाती है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए महीने में हॉस्पिटल का एक बड़ा बजट वैक्सीन की खरीद-फरोख्त में खर्च हो जाता है। उन्होंने बताया कि हर महीने लगभग दो हजार वैक्सीन के बॉयल खर्च हो रहे हैं।

ग्रामीण यहां न आएं प्लीज

यही हालत कॉल्विन हॉस्पिटल की भी है। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने पर डॉग बाइट के शिकार यहां आते हैं, जिससे दवाओं का बजट बढ़ता ही जा रहा है। इससे निजात पाने के लिए मरीजों के पंजीकरण फॉर्म पर आदेश अंकित करवा दिया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज अपने स्वास्थ्य केंद्रों पर रैबीज की वैक्सीन लगवाएं।

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जल्द शुरू होगा बंध्याकरण केंद्र

स्ट्रीट डॉग्स की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने के लिए शासन की ओर से बंध्याकरण योजना की लांचिंग की गई थी जो अभी तक नगर निगम द्वारा प्रॉपर तरीके से शुरू नहीं की जा सकी है। निगम के पशुपालन अधिकारी डॉ। धीरज गोयल कहते हैं कि एक एनजीओ के मार्फत जल्द ही थरवई में सभी उपकरणों से सुसज्जित ऑपरेशन थिएटर की शुरुआत की जाएगी। जहां, स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी के सभी इंतजाम होंगे। उन्होंने कहा कि शिकायत पर निगम का कैटल वाहन स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ने जाता है। अभी तक बड़ी संख्या में स्ट्रीट डॉग्स को पकड़कर शहर के बाहर छोड़ा जा चुका है।

Posted By: Inextlive