-अब पालतू कुत्तों का भी देना होगा टैक्स

-नगर निगम ने बनाया नियम, पालन करने वालों का कुत्ता हो सकता है जब्त

varanasi

स्मार्ट सिटी बनारस में कुत्ते पालने का शौक रखने वाले जरा सावधान हो जाएं. क्योंकि अब इनकी निगरानी शहर की सरकार करेगी. जी हां आपने सही पढ़ा. अब हर साल पालतू कुत्तों का टैक्स देना होगा. ऐसा न करने पर कुत्तों को निगम अपने कब्जे में ले सकता है. निगम ने यह कदम सिटी में बढ़ते पालतू कुत्तों की संख्या को देखते हुए उठाया है. नगर निगम ने इस संबंध में नियम को लागू कर दिया है. नए निर्देशों का असर शहर के एक लाख से ज्यादा लोगों पर पड़ेगा.

लगाना होगा टैग

नगर निगम के नए नियम के तहत अब लोगों को अपने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन निगम कार्यालय में करवाना होगा. उन्हें खास नंबर वाला मैटल टैग दिया जाएगा. इसे हमेशा कुत्ते के गले में डालकर रखना होगा. निगम अधिकारियों की मानें तो शहर में कुत्ता पालने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. वर्तमान में शहर में ऐसे कई घर हैं जहां चार-पांच कुत्ते पल रहे हैं. निगम के मुताबिक लोग कुत्ते तो पाल रहे हैं, लेकिन उनकी वजह से शहर गंदा हो रहा है. ज्यादातर लोग कुत्तों को सुबह के समय बाहर निकाल देते हैं. जिसके बाद वे जगह-जगह गंदगी फैलाते हैं. नए नियम के तहत अब ये कुत्ते ऐसा नहीं कर पाएंगे.

मालिक साफ करेंगे गंदगी

कुत्तों के रजिस्ट्रेशन के समय ओनर को उसका वैक्सीनेशन डिटेल चार्ट वेटरनरी डाक्टर के जरिए देना होगा. यह चार्ट हर साल निगम को उपलब्ध कराना होगा. नए दिशा निर्देश के मुताबिक अगर किसी का पालतू कुत्ता सार्वजनिक जगहों पर मलत्याग करता है तो उसे साफ करने की जिम्मेदारी भी मालिक की होगी. ऐसा न करने वाले वालों के खिलाफ शिकायत होने पर जुर्माना भी लगाया जाएगा.

सालाना देना होगा टैक्स

नगर निगम में पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराने का प्रावधान पहले से है. पहली बार ऐसा हो रहा है जब निगम इनसे टैक्स वसूलने की योजना तैयार की है. इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन के बाद हर पालतू कुत्ते के लिए सालाना 200 रु. का टैक्स देना होगा. इसके लिए उनका व्यापक सर्वे किया जाएगा. जो टैक्स नहीं देगा उसे नोटिस भेजा जाएगे. रजिस्ट्रेशन न कराने या टैक्स समय पर न देने पर निगम 25 रुपए रोजाना से लेकर अधिकतम 5 हजार तक का जुर्माना भी वसूल सकता है. इसके बाद भी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया तो निगम उसके कुत्ते को अपने कब्जे में ले सकता है.

पहले होगा सर्वे

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नगर निगम में मात्र 90 कुत्तों का रजिस्ट्रेशन है. जबकि इनकी संख्या लगभग एक लाख है. अधिकारियों की मानें तो पालतू कुत्तों की वास्तविक संख्या जानने के लिए निगम इनका सर्वे कराने जा रहा है. विभागीय टीम घर-घर जाकर कुत्तों की जांच करेगा.

शहर में कुत्ता बेचने वाले डॉग कैनल की संख्या भी बढ़ गई है. इसलिए निगम इनके मालिकों से भी खरीद बिक्री का डेटा कलेक्ट करेगा.

एक नजर

90

पारलू कुत्तों का हुआ है रजिस्ट्रेशन नगर निगम में

01

लाख के करीब पालतू कुत्ते हैं शहर भर में

200

रूपए सालाना वसूला जाएगा टैक्स

210

रूपए है रजिस्ट्रेशन चार्ज

5

हजार तक वसूला जा सकता है जुर्माना रजिस्ट्रेशन कराने वालों से

पालतू कुत्ता रखने वालों से नगर निगम अब सालाना टैक्स वसूलेगा. इससे होने वाली वार्षिक आय में इजाफा कर 50 हजार से एक लाख रुपये किया गया. इसके लिए सर्वे कराने का निर्देश मिला है. मो. असलम अंसारी, पशु चिकित्साधिकारी, नगर निगम

Posted By: Vivek Srivastava