प्रार्थना सभा में शामिल हुए बड़े विद्यार्थी

केंद्रीय विद्यालय डोगरा लाइंस में मनाया गया दूसरा पुरातन छात्र सम्मेलन

Meerut : स्कूल की शिक्षिका सुबह की प्रार्थना सभा को संबोधित कर रहीं थीं। प्रार्थना में स्कूल गीत के साथ ही शपथ दिलाई गई, सुविचार बताया गया। आज के ताजा समाचार भी बताए गए। इस विशेष प्रार्थना सभा की खास बात यह रही कि इसमें वर्तमान में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के स्थान पर बड़े हो चुके ऐसे बच्चे थे, जिन्होंने कभी इस स्कूल में पढ़ाई की थी। यह विशेष प्रार्थना सभा शनिवार को केंद्रीय विद्यालय डोगरा लाइंस में पुरातन छात्रों के लिए आयोजित की गई। देश के कोने-कोने व विदेशों से आए पुरातन छात्र उसी अनुशासन के साथ प्रार्थना सभा में शामिल हुए।

दूसरा पुरातन छात्र सम्मेलन

केवीडीएल एलुम्नि एसोसिएशन की ओर से शनिवार को स्कूल में दूसरा पुरातन छात्र सम्मेलन 'यादें' आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में वर्ष क्9म्फ् से वर्ष ख्000 तक के पुरातन छात्रों को आमंत्रित किया गया। दूर-देश से इस सम्मेलन में पहुंचे पुरातन छात्रों ने अपनी पुरानी यादें संजोने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सम्मेलन का शुभारंभ स्कूल के कार्यवाहक चेयरमैन कर्नल पंकज साहनी ने किया। इस अवसर पर वर्तमान स्टूडेंट्स की ओर से गुरु वंदना गीत के साथ राजस्थानी व अन्य धुनों पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। पुरातन छात्रों के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें सभी ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। कार्यवाहक प्रिंसीपल प्रियंका जैन ने कहा कि यह सम्मेलन हर वर्ष दिसंबर महीने के अंतिम शनिवार को आयोजित किया जाएगा। वर्ष ख्0क्भ् में स्कूल का स्वर्ण जयंती समारोह आयोजित होगा। कार्यक्रम में संगठन के अध्यक्ष हरीश्वर यादव, सचिव एचके सेठी, महासचिव आनंद कश्यप व रोहित कर्णवाल आदि ने पुरातन छात्रों का स्वागत किया।

ये रहे सबसे पुराने छात्र

इस सम्मेलन में स्कूल के सबसे पुराने छात्र कर्नल शैलेंद्र पंत रहे। वे वर्तमान में फ्ख् इंफैंट्री डिवीजन में कार्यरत हैं। इसी डिवीजन के अंतर्गत केवी डोगरा लाइंस भी है। वे वर्ष क्9म्9 में इस स्कूल से कक्षा छठी पास कर निकले थे। कर्नल पंत बताते हैं कि उस समय कक्षाएं पुरानी बैरक में चला करती थीं जो अब नहीं हैं। वर्तमान बिल्डिंग बननी शुरू हुई थी। उनका कहना है कि इस स्कूल से कई जनरल, ब्रिगेडियर, शहर के नामचीन डॉक्टर व इंजीनियर पढ़ कर निकले हैं।

इन्होंने शुरू की पहल

मुंबई से आए द्विजेंद्र पंत ने वर्ष क्977 में इस स्कूल से कक्षा नौवीं उत्तीर्ण की थी। वे बताते हैं कि इसी स्कूल ने उन्हें जीवन में अनुशासित रहकर हर कुछ हासिल करने की प्रेरणा दी है। कुछ समय पहले केंद्रीय विद्यालय संगठन के कार्यक्रम में पुराने दोस्तों से मिले और सभी ने एक संगठन बनाकर पुरातन छात्र सम्मेलन आयोजित करने की योजना बना डाली।

Posted By: Inextlive