-विकल्प के जरिए होता था काम, पुलिस को मिली जानकारी

-विकल्प की कमाई और इन्वेस्टमेंट की हो रही जांच

ALLAHABAD: आभूषण कारोबारी पंकज महेंद्रा की किडनैपिंग के बाद एक बार फिर से चर्चा में आए बरेली जेल में बंद माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव ने रियल एस्टेट में इन्वेस्ट कर रखा है। इन्वेटमेंट वह अपने मुंहबोले भांजे विकल्प के जरिए करता था। पुलिस को इसकी जानकारी मिली है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि विकल्प ने कब और कैसे रुपए कमाए व कहां-कहां उसकी प्रॉपर्टी है।

कई जगह हैं जमीनें

इलाहाबाद के अलावा वाराणसी में विकल्प की प्रॉपर्टी की जानकारी पुलिस को मिली है। विकल्प की प्रॉपर्टी के बारे में जैसे-जैसे जानकारी मिल रही है, ऑफिसर्स भी हैरान हैं। एक लॉ स्टूडेंट ने इतना धन कैसे कमा लिया, पूरा महकमा इसी सवाल का जवाब तलाशने में जुटा है। यह माना जा रहा है विकल्प के नाम पर असली खेल परदे के पीछे से बबलू करता था। फिरौती और तमाम काले काम के जरिए कमाए गए रुपए को बबलू ही विकल्प के जरिए इन्वेस्ट करवा रहा था। हालांकि अभी यह नहीं पता चल सका है कि बबलू के पैसे किस-किस एरिया में लगे हैं।

अवैध खनन में भी था हिस्सा

पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक, बबलू को इलाहाबाद व आसपास के जिलों में अवैध खनन से भी हिस्सा मिलता था। उसके नाम का इस्तेमाल कर विकल्प ही वसूली करता था। सोर्सेज का कहना है कि जब भी कहीं मामला फंसता था तो बबलू जेल से बैठे-बैठे एक फोन पर सारा काम करवा देता था। यह तैयारी बबलू जेल से बाहर आने के बाद अपने पांव जमाने के लिए कर रहा था। कुछ मामलों में बबलू सजा काट चुका है और उसे पैरोल पर भी छोड़ने की तैयारी चल रही थी।

चलता था बबलू का सिक्का

बबलू का सिक्का रियल एस्टेट के कारोबार में पहले भी चलता था। उसका नाम सामने आने के बाद बड़े-बड़े माफिया भी पीछे हट जाते थे। ऐसा ही एक मामला सिविल लाइंस में भी चर्चा में आया था। डॉन बबलू सिविल लाइंस की एक जमीन के मामले में बीच में पड़ गया था। चर्चा है कि जमीन को पाने के लिए एक माफिया को बबलू से करोड़ों रुपए की डील करनी पड़ी थी। बबलू का काम विकल्प के अलावा गोरखपुर के गुर्गो महेंद्र यादव, सच्चिदानंद यादव, भोलू यादव व अरुण सिंह चौहान के जरिए चलता था। अरुण चौहान, बबलू का खास शूटर है। पूर्वाचल में उसकी पैठ बताई जाती है। अरुण पूर्वाचल में गोरखपुर से गाजीपुर के बीच डॉन के मिडिएटर के तौर पर काम करता था।

कई हैं मददगार

विकल्प को जेल से बबलू सपोर्ट करता था तो सिटी में भी उसके मददगारों की लिस्ट बहुत लंबी है। इसमें दो पुलिस ऑफिसर्स के साथ ही जमीन के धंधे से जुड़े कुछ लोगों का नाम भी सामने आ रहा है। पुलिस विकल्प के मददगारों की लिस्ट तैयार कर रही है।

विकल्प ने कहां-कहां प्रॉपर्टी खरीद रखी है, इसकी डिटेल जुटाई जा रही है। विकल्प की प्रॉपर्टी में बबलू की हिस्सेदारी के बारे में भी पड़ताल हो रही है।

राजेश यादव, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive