डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए जॉन बोल्टन को पद से हटा दिया। उन्होंने बताया कि जॉन बोल्टन की जगह नए एनएसए की घोषणा अगले हफ्ते कर दी जाएगी।


वाशिंगटन (आइएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन को पद से हटा दिया। ट्रंप ने ट्वीट कर बताया, 'मैंने जॉन बोल्टन को सोमवार रात ही सूचित कर दिया था कि अब व्हाइट हाउस में उनकी सेवाओं की जरूरत नहीं है। मैं और प्रशासन में अन्य लोग उनके कई सुझावों से बिल्कुल असहमत थे इसलिए मैंने जॉन से इस्तीफा देने के लिए कह दिया था। यह मुझे मंगलवार सुबह दिया गया। मैंने जॉन को उनकी सेवाओं के लिए बहुत धन्यवाद दिया है।' अगले हफ्ते की जाएगी नए एनएसए की घोषणा


अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि जॉन बोल्टन की जगह नए एनएसए की घोषणा अगले हफ्ते कर दी जाएगी। मालूम हो कि बोल्टन ने पिछले साल एचआर मैकमास्टर की जगह एनएसए का पद संभाला था। ट्रंप के ट्वीट करने के कुछ ही देर बाद बोल्टन ने भी ट्वीट कर कहा, 'मैंने सोमवार रात इस्तीफा देने की पेशकश की थी और राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि इसके बारे में मंगलवार को बात करेंगे।'अफगान शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं होने दिए

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ट्रंप ने बोल्टन को ईरान, उत्तर कोरिया, अफगानिस्तान और रूस से जुड़े मसलों में विदेश नीति पर बुनियादी असहमति के चलते हटाया है। बता दें कि बोल्टन की एनएसए पद से छुट्टी ऐसे समय हुई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति उत्तर कोरिया और ईरान के साथ कूटनीतिक रिश्तों की राह खोलना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन में बोल्टन जैसे लोग इसमें बाधा बन रहे हैं जो इन देशों को पूरी तरह अविश्वसनीय मानते हैं। इसके अलावा कई बार उनकी विदेश मंत्री माइक पोंपियाे से भी नहीं बनती थी जिन्हें ट्रंप का विश्वस्त माना जाता है।अधिकारी बताते हैं कि बोल्टन ने ही तालिबान के साथ अफगान शांति समझौते पर हस्ताक्षर नहीं होने दिए। इसके अलावा फरवरी में हनोई में ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच वार्ता टूटने के लिए भी बोल्टन ही जिम्मेदार थे।ईरान को चेताने के लिए मिडिल ईस्ट में युद्धपोत और बमवर्षक तैनात कर रहा अमेरिकाये हैं एनएसए की दौड़ में

राष्ट्रपति ट्रंप के उत्तर कोरिया के लिए दूत स्टीफन बीगन का नाम बोल्टन के उत्तराधिकारी के तौर पर लिया जा रहा है। व्हाइट हाउस के करीबी एक सूत्र ने बताया कि पोंपिओ की तरह बीगन भी मानते हैं कि राष्ट्रपति राष्ट्रपति हैं और फैसले वही लेते हैं। उनके अलावा विदेश उपमंत्री जॉन सुलिवन का नाम भी अगले एनएसए की दौड़ में माना जा रहा है। हालांकि इससे पहले तक उन्हें रूस में अमेरिकी राजदूत बनाए जाने की संभावना जताई जा रही थी।

Posted By: Mukul Kumar