अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राजधानी और अन्य शहरों में अशांति को रोकने के लिए हजारों और भारी हथियारों से लैस सैनिकों को तैनात करने की कसम खाई है अगर स्थानीय प्रशासन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार करते हैं।

वाशिंगटन (आईएएनएस)अमेरिका में इन दिनों अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति, जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर जमकर विरोध चल रहा है। इसी बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राजधानी और अन्य शहरों में अशांति को रोकने के लिए हजारों और भारी हथियारों से लैस सैनिकों को तैनात करने की कसम खाई है अगर स्थानीय प्रशासन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार करते हैं। व्हाइट हाउस में सोमवार को मीडिया से बात करते हुए, ट्रंप ने कहा, 'मैं आपका कानून और व्यवस्था का राष्ट्रपति और सभी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों का सहयोगी हूं, लेकिन अमेरिका में हिंसा को रोकने और सुरक्षा को बहाल करने के लिए तत्काल राष्ट्रपति कार्रवाई की आवश्यकता है क्योंकि देश को नफरत और अराजकता की नहीं बल्कि सहयोग की आवश्यकता है।'

अमेरिका में मचा बवाल

उन्होंने कहा, 'मैं सभी उपलब्ध, संघीय संसाधनों और सेना को जुटा रहा हूं, ताकि विनाश और आगजनी को समाप्त करने के लिए दंगे और लूटपाट को रोका जा सके और कानून के पालन करने वाले अमेरिकियों के अधिकारों की रक्षा की जा सके।' वाशिंगटन डी.सी. सहित अमेरिका के कुछ 40 शहरों ने पुलिस की बर्बरता और नस्लवाद के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों में हिंसा के कार्यों को रोकने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। इसी के बाद ट्रंप का यह बयान सामने आया है। बता दें कि 46 वर्षीय निहत्थे व्यक्ति फ्लॉयड की 25 मई को मिनियापोलिस में तब मौत हो गई, जब एक गोरे पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन ने उन्हें उनकी गर्दन पकड़कर अपने घुटने के साथ दबाकर रखा था। हालांकि वह बार-बार निवेदन कर रहे थे, 'मैं साँस नहीं ले सकता और कृपया, मैं साँस नहीं ले सकता।' इस घटना में शामिल सभी चार पुलिस अधिकारियों को निकाल दिया गया है और चौविन पर थर्ड-डिग्री टॉर्चर और हत्या का आरोप लगाया गया है। इवहीं, इस घटना के बाद अमेरिका में काफी बवाल मचा है।

Posted By: Mukul Kumar