RANCHI: अगर प्रेग्नेंसी के दौरान किसी महिला को थायरॉयड है और दवा नहीं लेती है तो उसके बच्चे का मेंटल डेवलपमेंट नहीं हो पाता। वहीं बच्चे का शरीर भी तेजी से नहीं बढ़ पाता। ये बातें इएसआईसी के इमर्जिग ट्रेंड्स एंड अपडेट्स पर ट्रेनिंग कम वर्कशॉप में रिम्स मेडिसीन के डॉ। संजय कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि थायरॉयड का पता महज एफटी4 टेस्ट कराकर लगाया जा सकता है। इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं आता। चूंकि कई डॉक्टर इसके लिए तरह-तरह के टेस्ट लिख देते हैं, जिसमें चार से पांच हजार का खर्च आता है। मौके पर इएसआईसी, श्रम, नियोजन व प्रशिक्षण के विशेष सचिव राकेश कुमार सिंह, रिम्स स्किन डिपार्टमेंट के डॉ। डीके मिश्रा, डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। पंकज गोयल, डॉ। डीके सिन्हा, डॉ। विनिता जया एक्का समेत राज्यभर से आए मेडिकल ऑफिसर्स व डॉक्टर्स मौजूद थे।

बोलने में परेशानी तो डेंटिस्ट से करें कंसल्ट

वहीं डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। पंकज गोयल ने कहा कि अगर किसी को बोलने में दिक्कत आ रही है या उसकी वॉइस क्लियर नहीं है तो उसे डेंटल प्राब्लम हो सकती है। ऐसे में तत्काल डेंटिस्ट से दिखाकर यह क्लियर कर लेने की जरूरत है। इसके बाद भी अगर प्राब्लम दूर नहीं होती तो इएनटी के डॉक्टरों से संपर्क किया जा सकता है। लेकिन अधिकतर मामलों में दांतों की वजह से ही बोलने में दिक्कत आती है।

Posted By: Inextlive