-वार्ड नंबर 47 में निगम के काम पर डूडा ने भी किया काम

-बिना जांच के कर दिया गया पेमेंट

-पार्षद की शिकायत पर डीएम ने दिये जांच के आदेश

GORAKHPUR: डूडा में एक निर्माण के डबल भुगतान का एक और मामला सामने आया है। पहले से ही तैयार सड़क पर इंटरलॉकिंग करवाकर, पहले हुए कामों को भी उसमें शामिल कर लिया गया। इंटरलॉकिंग के साथ ही पहले हुए कामों को जोड़कर फिर से ठेकेदार को भुगतान कर दिया गया। ठेकेदार को भुगतान करते समय निर्माण किए गए सड़क का निरीक्षण तक नहीं किया गया। जब दोबारा हुए पेमेंट की शिकायत की गई उसे भी अधिकारियों ने टाल दिया। मामला वार्ड 43 के रामजानकी नगर का है, जहां 2016-17 में नगर निगम की ओर से एक सड़क तैयार किया गया था। बाद में डूडा ने उसी का प्रस्ताव देकर केवल इंटरलॉकिंग लगवाने के बाद से दोबारा 17 लाख रुपए का पेमेंट कर दिया।

इंटरलॉकिंग के एवज में दिए 17 लाख

वार्ड नंबर 43, रामजानकी नगर के पूर्व पार्षद व वर्तमान पार्षद प्रतिनिधि गिरिजेश पाल ने बताया कि टीएन ठाकुर के मकान से अजय वर्मा के मकान तक सीलिंग व नाली निर्माण कार्य होना था। 2016-17 में कार्य कराने के बाद ठेकेदार को 8 लाख रुपए का पेमेंट कर दिया गया था। बाद में फिर से इसी सड़क को डूडा ने सीलिंग व नाली निर्माण सहित इंटरलॉकिंग कराने के लिए टेंडर पास किया। इंटरलॉकिंग करवाने के बाद डूडा ने 17 लाख रुपए का पेमेंट कर दिया। जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं।

पहले भी 60 लाख का हो चुका है पेमेंट

डूडा की कार्यशैली पर सवाल उठाते यह आरोप नए नहीं हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 16 सितंबर को 'गजब खेल, दो साल में दो बार बनी एक ही सड़क' शीर्षक से खबर प्रकाशित कर डबल पेमेंट के खेल को उजागर किया था। तब दो सालों में 5 सड़कों को 2 बार बनवाकर 60 लाख रुपए का पेमेंट करवा लिया गया था। तब वार्ड नंबर 19 में 33.77 लाख, वार्ड नंबर 7 में 10.23 लाख, वार्ड नंबर 11 जंगल मतादीन में 10.32 लाख, वार्ड नंबर 29 हुमायूंपुर में 5.27 लाख और 1.12 लाख का दोबारा भुगतान कर दिया गया था।

पार्षद प्रतिनिधि ने की डीएम से शिकायत

सड़क निर्माण के डबल भुगतान को लेकर पार्षद प्रतिनिधि व पूर्व पार्षद गिरिजेश पाल ने दो दिनों पहले डीएम से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की थी। पार्षद प्रतिनिधि ने बताया कि पहले डूडा अधिकारियों से इस संबंध में बात की गई कि बजट का कहीं और इस्तेमाल कर लिया जाए। जिसको लेकर कुछ दिनों तक आश्वासन दिया गया और लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।

कोट

टीएन ठाकुर के मकान से अजय वर्मा के मकान तक सीलिंग व नाली निर्माण कार्य मैंने अपने कार्यकाल में 8 लाख रुपए में कराया था। दुबारा पेमेंट के खिलाफ डीएम से शिकायत की है।

गिरिजेश पाल, पूर्व पार्षद वार्ड नंबर 43 रामजानकी नगर

Posted By: Inextlive