-हर वार्ड में सिर्फ एक मोहल्ले में शुरू होगा डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन

-पार्षदों की शिकायत पर नगर आयुक्त ने दिया आदेश

शहर के 90 वार्डो में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन तो दूर गली-मोहल्लों में दो-तीन दिनों तक कूड़े का उठान नहीं होता है। स्वच्छता सर्वेक्षण-ख्0ख्0 अभियान भी शुरू हो चुका है। इसके बावजूद शहर की सफाई को लेकर नगर निगम गंभीर नहीं है। अगर यही स्थिति रही तो पिछली बार से भी ज्यादा वाराणसी की रैंकिंग खराब रहेगी। ये शिकायत पार्षदों ने नगर आयुक्त गौरांग राठी से की। पार्षदों की बातों को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त ने मंगलवार से शहर के सभी वार्डो में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का आदेश दिया है, लेकिन यह प्रक्रिया सिर्फ हर वार्ड के एक मोहल्ले में ही शुरू होगी। बाकी मोहल्लों में कूड़ों के ढेर से ही आमजनों को गुजरना ही पड़ेगा।

करोड़ों खर्च फिर भी गंदगी

पिछले पांच साल में शहर की सफाई के नाम पर करोड़ों का काम हो चुका है लेकिन नतीजा सिफर है। करीब चार साल पहले आईएलएनएफएस को शहर के फ्0 वाडरें की सफाई की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके अलावा 8ब् घाटों को भी साफ करने का जिम्मा दिया गया। इसके अलावा केआना एजेंसी भी प्रॉपर पेमेंट न मिलने से सिर्फ कलेक्शन के काम तक ही सिमट कर रह गई है।

कमिश्नर का आदेश भी हवा

पिछले महीने कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बैठक कर जिले के 90 अधिकारियों पर शहर को साफ बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। कमिश्नर ने एक-एक अधिकारी से उनको आवंटित वार्डों में स्वच्छता की पूरी स्थिति की पूछताछ की थी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया था कि खुले पड़े प्लाटों, तालाबों में कूड़ा-करकट एवं पॉलिथीन आदि का जमाव नहीं रहना चाहिए। आदेश के बाद हरकत में आए अधिकारियों ने एक-दो दिन शहर का दौरा तो किया, लेकिन उसके बाद आदेश को हवा में उड़ाकर सभी अधिकारी बैठ गए।

एक नजर

90

वॉर्ड है नगर निगम में

8ब्

घाटों पर काम कर रहा आईएलएण्डएफएस

ख्700

कुल सफाईकर्मी नगर निगम के पास

क्908

अस्थाई कर्मचारी

79ख्

संविदा कर्मचारी

ख्म्फ्

छोटी बड़ी गाडि़यां है निगम के पास

90

हॉपर है, जबकि जरुरत क्80 की है

Posted By: Inextlive