आज से स्टेशन पर होटल जैसी फैसिलिटी
-आईआरसीटीसी ने शुरू की बुकिंग, डीलक्स, सुपर डीलक्स के अलावा डॉरमेट्री भी अवेलबल
-इंडिविजुअल के लिए सेपरेट केबिन के साथ अलग-अलग डॉरमेट्री की सुविधा GORAKHPUR: जंक्शन पर होटल जैसी फैसिलिटी का लुत्फ उठाने की राह तक रहे लोगों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया। अब पैसेंजर्स को स्टेशन पर होटल जैसी सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। कोई भी पैसेंजर्स अपना पीएनआर नंबर देकर ऑनलाइन बुकिंग करा सकता है। वहीं, जंक्शन पर भी इसे बुक कराने की फैसिलिटी अवेलबल है। इस फैसिलिटी के शुरू होने से जहां पैसेंजर्स को बाहर होटलों की तरफ नहीं देखना पड़ेगा, वहीं दूसरी ओर जंक्शन पर ही उन्हें हर तरह की फैसिलिटी मिल जाने से ट्रेन छूटने का डर भी खत्म हो जाएगा। कमरे में ही मिलेगा सभी कुछबुक होने वाले इन कमरों में पैसेंजर्स के लिए लजीज नाश्ता और गरमागरम खाना तो मिलेगा ही, वहीं एंटरटेनमेंट के साधन उपलब्ध होंगे। सामने टीवी और टेबल पर न्यूज पेपर और मैग्जीन भी रखने की भी तैयारी की गई है। इतना ही नहीं रूम सर्विस की व्यवस्था भी होगी और होटलों की तर्ज पर घंटी बजते ही रूम अटेंडेंट भी सामने सेवा के लिए मौजूद रहेगा।
पहले नहीं थी फैसिलिटीपहले रेलवे के रिटाय¨रग रूम की बात करें तो यह ट्रेडिशनल और एकदम कॉमन से होते थे। जिसमें पैसेंजर्स को सिर्फ ठहरने की व्यवस्था थी। खाने-पीने और मनोरंजन की कोई सुविधा नहीं होती है। ठहरने के अलावा दूसरी फैसिलिटी के लिए उन्हें बाहर की राह पकड़नी होती थी। इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) रिटाय¨रग रूम और डारमेट्री को अपग्रेड करने के लिए लिया है, जिसका निर्माण काफी दिनों से चल रहा है।
हाईलाइट्स कैटेगरी रूम बेड्स महाराजा सूट - 4 8 डीलक्स रूम - 7 14 डॉरमेट्री - 1 23 रूम का किराया महाराजा सूट - - 24 घंटे के लिए 2100 - 12 घंटे के लिए 1500 - 9 घंटे के लिए 1300 - छह घंटे के लिए 900 - तीन घंटे के लिए 700 डीलक्स रूम - 24 घंटे के लिए 1500 - 12 घंटे के लिए 1200 - 9 घंटे के लिए 900 - छह घंटे के लिए 700 - तीन घंटे के लिए 500 डॉरमेट्री का किराया रुपए में- 24 घंटे के लिए 600
- 12 घंटे के लिए 450 - नौ घंटे के लिए 350 - छह घंटे के लिए 250 - तीन घंटे के लिए 150 दिवाली से पहले इसे शुरू करना था, लेकिन कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से काम अटक गया था। रविवार से इसे शुरू कर दिया गया है। पैसेंजर्स ऑनलाइन बुकिंग कराकर इसका फायदा उठा सकते हैं। - संजीव गुप्ता, प्रभारी, आईआरसीटीसी गोरखपुर