हमसे का भूल हुई जो यह सजा हमको मिली
- चमक रही साहब की गली, टूटे रास्ते सफर कर रहे लोग
- विधायक जी की गली में सब कुछ अच्छा-अच्छा, सड़क पार करते ही गड्ढों की भरमार - डीएम आवास और कमिश्नर आवास के सामने कभी नहीं टूटती सड़कGORAKHPUR: वीआईपी मोहल्ले की सड़कें चकाचक और अन्य मोहल्लों की सड़कें गड्ढों भरी। यह स्थिति है गोरखपुर सिटी की सड़कों की। वीआईपी कॉलोनियों की सड़कें तो हर साल बनती है लेकिन अन्य मोहल्लों की सड़कें कब बनी है इसकी जानकारी यहां के निवासी भी नहीं दे पाते। आलम यह है कि वीआईपी मोहल्ले से चंद कदम की दूरी पर स्थित मोहल्ले की सड़क गड्ढों से पटी पड़ी हैं, लेकिन जिम्मेदारों की नजर इन मोहल्लों की ओर नहीं जाती। सड़क और अन्य सुविधा की हालत देख पब्लिक प्रशासन को कोसती है। पब्लिक का कहना है कि जब हम भी टैक्स देते हैं तो जीएमसी हमारे साथ यह भेदभाव क्यों कर रहा है?
दाउदपुर की सड़क चकाचकदाउदपुर में गोरखपुर सदर विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल रहते हैं। यही करण है कि यहां की रोड चमचमा रही है। दाउदपुर चौराहे से विधायक आवास लगभग ब्00 मीटर दूर है, इस दूरी में एक भी गढ्डे किसी को नहीं मिलेंगे। यहां रहने वाले खुश हैं कि कोई तो वीआईपी हमारे मोहल्ले में है, जिसके कारण हमारी रोड चमचमा रही है।
काश हाइवे पार रहते विधायक जी गोरखपुर-लखनऊ हाइवे के एक तरफ सदर विधायक रहते हैं, जहां की सड़क चमचमा रही है, वहीं उनके घर से क्भ्0 मीटर दूर गोपलापुर की सड़क गड्ढों से पटी है। यहां के नागरिकों के मन में यह टीस रहती है कि काश विधायक जी का घर गोपलापुर में रहता तो यहां की सड़कें भी चमचमाती। चमचमा रही आरसीसी रोड जीडीए ऑफिस के सामने ग्रामसभा भरवलिया में गोरखपुर ग्रामीण क्षेत्र के विधायक विजय बहादुर यादव रहते हैं। देवरिया बाईपास से भ्00 मीटर दूर विधायक के घर तक आरसीसी रोड चमचमा रही है। यहां रहने वाले एक नागरिक का कहना है कि एक साल पहले यह रोड बनी थी, कहीं-कहीं टूट गई। यह जल्द ही बनने वाली है। चुनाव के कारण काम शुरू नहीं हो पाया था अब चुनाव समाप्त हो गया है तो जल्द ही बन जाएगा। विधायक जी के मोड़ से खत्म हो गई है सड़कग्राम सभा भरवलिया में रहने वाले विधायक देवरिया बाईपास से भ्00 मीटर अंदर रहते हैं। इनके घर तक जाने वाली सड़क एक साल पुरानी हो गई है। यह सड़क विधायक आवास तक तो ठीक है, लेकिन बीच में यह रास्ता गांव में अंदर जाता है। उस रास्ते पर सड़क कम गड्ढों की संख्या अधिक है।
हर छह माह में बन जाती है यह दोनों सड़कें बेतियाहाता में हनुमान मंदिर रोड पर कमिश्नर सहित जिले के कई जिम्मेदार अफसरों के बंगले हैं। वहीं सिविल लाइंस में डीएम साहब का आवास है। इन दोनों सड़कों पर आज तक किसी ने गड्ढे नहीं देखे। हर छह माह में इन दोनों सड़कों की मरम्मत की जाती है। काश सभी जगह हो जाती डीएम साहब की मेहरबानी सिटी मॉल के सामने कार्मल गली मोड़ पर वर्षो से रखे गए कूड़ेदान के लिए सैकड़ों बार लोगों ने जीएमसी से कंप्लेन की, लेकिन कूड़ादान नहीं हटा। यही हाल डीएम आवास से यूनिवर्सिटी गेट तक जाने वाली सड़क का भी था। यह दो साल से टूटी पड़ी हुई थी, लेकिन चुनाव के समय जैसे ही डीएम साहब इन दोनों रास्ते से गुजरे तो यहां की तस्वीर बदल गई। एक तरफ यूनिवर्सिटी गेट तक जाने वाली सड़क चकाचक हो गई तो दूसरी तरफ जीएमसी ने कूड़ादान हटा दिया।कहीं भी भेदभाव से काम नहीं होता है। वीआईपी गली हो अन्य गली सब जगह एक सामान काम किया जाता है। जहां भी आवश्यकता पड़ती है निर्माण कार्य किया जाता है।
जितेंद्र केन, चीफ इंजीनियर जीएमसी