प्रतिमाह औसतन 15 से 20 बेटियां हो रही हैं दहेज प्रताड़ना की शिकार

ALLAHABAD: पुलिस के आंकड़ों में प्रतिमाह औसतन पंद्रह से बीस बेटियां आज भी दहेज प्रताड़ना की शिकार हो रही हैं। आज एक तरफ लड़कियों और लड़कों में बराबरी की होड़ लगी है। दूसरी तरफ विडंबना है कि दहेज की मांग करने वालों की संख्या कम होने के बजाय और बढ़ती जा रही है। सिटी के थानों में हर दो से तीन में दिन में दहेज उत्पीड़न संबंधित मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि आज के दौर में भी दहेज प्रथा की मांग है।

केस-1

कौशांबी की रहने वाली रुश्दा साजिद का निकाह परिवार वालों ने शाहगंज के रहने वाले गुलाम सरवर से किया था। महिला का आरोप है कि ससुराल वाले एक लाख की रकम व गाड़ी की डिमांड कर रहे थे। परिवार के लोग मांग पूरी नहीं कर पाए तो ससुराल वाले आए दिन गाली-गलौज व मारपीट करने लगे। इसी दौरान उस पर मिट्टी का तेल डालकर आग भी लगा दी। पुलिस ने परिवार वालों की तहरीर पर आरोपी पति समेत उसके परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया।

केस-2

अतरसुइया थाना क्षेत्र मीरापुर की रहने वाली एक युवती का निकाह सैय्यद जीशान के साथ हुआ था। निकाह के बाद लालची ससुराल वालों की नीयत बदल गई। वह दहेज को लेकर जुल्म ढाने लगे। महिला का आरोप था कि ससुराल वाले पांच लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। जब मांग की पूरी नहीं हुई तो उन लोगों ने नशे का आदी बना दिया और बलात्कार किया और घर से बाहर कर दिया। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच कर रही है।

केस-3

करैली थाना क्षेत्र के मसीहाबाद मोहल्ले की रहने वाली इस्फत बानों का निकाह इलाके के रहने वाले गुलाम से हुआ था। आरोप है कि निकाह के कुछ महीने बाद से ससुराल वाले पांच लाख रुपए और फोरव्हीलर की डिमांड करने लगे। मायके वालों को इस जानकारी हुई तो उन्होंने एक लाख रुपए दे दिए। डिमांड फिर भी बनी हुई थी। विरोध पर ससुराल वालों ने मारपीट की और खाना-पीना भी बंद कर दिया। महिला की तहरीर पर आरोपी ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया है।

केस -4

प्रीतम नगर मोहल्ले के रहने वाले हंसराज यादव ने अपनी बेटी हिना की शादी धूमधाम से मूलचन्द्र के साथ की थी। ससुराल वाले और पति मिलकर दहेज को लेकर परेशान करने लगे। विरोध करने पर मारपीट और गाली-गलौज किया करते थे। दहेज की मंाग पूरी न होने पर घर से बेघर कर दिया। पुलिस ने महिला की तहरीर पर पति समेत ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डराते हैं आंकड़े

घरेलू हिंसा- 25,486

दहेज प्रताड़ना- 5,08,338

द्वितीय विवाह-12,960

यौन शोषण- 8,194

दहेज हत्या- 12,206

वर्जन

दहेज संबंधित मामलों को तत्काल दर्ज करने के आदेश दिए गए है। इसके अलावा काउंसिल के जरिए भी मामलों को सुलझाने का प्रयास किया जाता है।

-आनंद कुलकर्णी, एसएसपी

Posted By: Inextlive