- दो साल से नहीं मिली है बीबीए की मार्कशीट

- मार्कशीट न मिलने से नहीं कर पा रही है आगे की पढ़ाई

- कुलपति से मिलकर रोने लगी छात्रा

AGRA। 'जो भी अच्छा स्टूडेंट हो, वो भूल कर भी इस यूनिवर्सिटी से कोर्स ना करे। मेरी जिंदगी की यह सबसे बड़ी भूल थी जो मैंने अपना फ्यूचर इस यूनिवर्सिटी से जुड़कर बनाने की सोचा। मेरा फ्यूचर यूनिवर्सिटी ने बर्बाद कर दिया.' यह कहते समय निधि की आंखों में आंसू आ गए थे। अंबेडकर यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली से आजिज आ चुकी निधि अब किसी भी तरह यहां से छुटकारा पाना चाहती है।

दो साल से नहीं मिली मार्कशीट

हाथरस की रहने वाली निधि यादव मथुरा के बीएसए कालेज से बीबीए कर रही थी। दो साल पहले ख्0क्ख् दिसंबर में निधि ने बीबीए सेकेंड सेमेस्टर के एग्जाम दिए थे। उसमें उसकी री आई। उसने री का एग्जाम भी दे दिया और पास भी हो गई। लेकिन फाइनल मार्कशीट अभी तक उसके पास नहीं आई है।

यूनिवर्सिटी बोली भिजवा दीं हैं कॉलेज में मार्कशीट्स, कॉलेज बोला ना

निधि ने कई बार यूनिवर्सिटी में फोन से बात की। कॉलेज में भी फोन से बात की। यूनिवर्सिटी कहती है कि हमने मार्कशीट कॉलेज में भिजवा दी है और कॉलेज इस बात से इंकार कर रहा है। अब खुद निधि महीनों से यूनिवर्सिटी के चक्कर लगा रही है। खंदारी से यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी से खंदारी के ही चक्कर काट रही है।

अभी तक चार्ट ही नहीं बने

सबसे चौंकाने वाली बात ये सामने आई कि यूनिवर्सिटी के कर्मचारी को अभी तक चार्ट ही उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस बारे में यूनिवर्सिटी से जुड़ी एक कर्मचारी ने बताया कि निधि की मार्कशीट तो क्भ् मिनट में बन जाएगी, लेकिन उन्हें अभी तक चार्ट उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। जिस व्यक्ति को चार्ट उपलब्ध कराने हैं वो किसी की बात ही नहीं सुन रहा है।

कुलपति से मिलकर रोने लगी निधि

सैटरडे को कुलपति के आते ही निधि भी कुलपति से मिलने पहुंच गई। कुलपति के सामने अपनी समस्या रखी। कुलपति ने आश्वासन दिया कि वे इस बारे में कुछ कराएंगे, लेकिन निधि की आंखों से आंसू गिरने लगे। वो कहने लगी कि मैं तब तक यहां से नहीं जाऊंगा जब तक मुझे मेरी मार्कशीट नहीं मिल जाती है। बीबीए के बाद निधि एमबीए करना चाहती थी। लेकिन उसका फॉर्म नहीं भर पाई क्योंकि उसके पास पूरी मार्कशीट्स नहीं थी। अब मंडे से बीएड की काउंसलिंग शुरू हो रही है।

मैं व्यक्तिगत तौर पर निधि की समस्या का निदान कराऊंगा। उसकी समस्या को दूर किया जाएगा।

- प्रो। मुज्जमिल, कुलपति, अंबेडकर यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive