JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ। मोहन कुमार का अंतिम संस्कार रविवार को भुइयांडीह स्थित स्वर्णरेखा बर्निग घाट पर किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में शहर के सैकड़ों चिकित्सक व समाजसेवी शामिल हुए। 25 जनवरी को हार्ट अटैक से उनकी मौत सोनारी आशियाना गार्डेन स्थित आवास में हो गई थी।

इससे पूर्व डॉ। मोहन कुमार का पार्थिव शरीर एमजीएम अस्पताल लाया गया। यहां पर एमबीबीएस छात्र, जूनियर व सीनियर डॉक्टर, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ समेत अस्पताल के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी। अपने दोस्त व डॉक्टर को खोने का गम एमजीएम के कई डॉक्टर व नर्स समेट नहीं पाए और उनके पार्थिक शरीर को देखते ही रो पड़े। मुखाग्नि उनके बेटे अभिनव ने दी।

अंतिम यात्रा में ये हुए शामिल

एमजीएम कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एसी अखौरी, अधीक्षक डॉ। एसएन झा, उपाधीक्षक डॉ। नकुल प्रसाद चौधरी, जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ। एके लाल, आइएमए के अध्यक्ष डॉ। उमेश खां, सचिव डॉ। मृत्युंजय सिंह, डॉ। केके चौधरी, डॉ। सौरव चौधरी, डॉ। जॉय भादुड़ी, डॉ। जीसी माझी, डॉ। निर्मल कुमार, डॉ। पीके साहू, डॉ। आरवाई चौधरी, डॉ। मिंटू अखौरी सिन्हा, डॉ। वनिता सहाय, डॉ। आरवाई चौधरी, डॉ। वीणा सिंह, डॉ। अरूण कुमार, डॉ। सुधीर मिश्रा, डॉ। आरवाई चौधरी, डॉ। अंजली श्रीवास्तव, डॉ। जीएस बड़ाईक, डॉ। रतन कुमार, डॉ। उमाशंकर, डॉ। स्वर्ण सिंह, राज्य चिकित्सा एवं कर्मचारी संघ के महामंत्री अमरनाथ सिंह, अरविंद सिन्हा, खुरम अहमद, लक्ष्मीपति दास, जॉनी मुखी सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।

दो मिनट का मौन रखा

डॉ। मोहन कुमार की याद में रविवार को इंडियन पिडियाट्रिक्स एसोसिएशन (आइएपी) की ओर से एमजीएम अस्पताल में पौधरोपण किया गया। वहीं संध्या में स्व। मोहन कुमार ने निवास स्थल सोनारी आशियाना गार्डेन में शोक सभा की गई। इस दौरान लोगों ने उनके आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में डॉक्टर व समाजसेवी उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive