- राजनीति के चलते मेडिकल कॉलेज में बिगड़े हालात

- बीती रात कैबिनेट मंत्री ने औचक निरीक्षण कर लगाई थी क्लास

Meerut: दो साल 11 माह कार्यकाल बीतने के बाद मेडिकल के सीएमएस डॉ। सुभाष सिंह ने शुक्रवार को स्वयं कुर्सी छोड़ दी। सूत्रों का मानना है कि सीएमएस ने आंतरिक राजनीति से तंग आकर इस्तीफा दिया है। बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार सीएमएस को टारगेट किया जा रहा था। बीती रात भी कैबिनेट मंत्री साहिद मंजूर ने सीएमएस को लेट पहुंचने पर फटकार लगाई थी।

एनएमसी बिल्डिंग को लेकर विवाद

पिछले दो माह से एमएमसी बिल्डिंग खोलने को लेकर डॉ। यासमीन व सीएमएस डॉ सुभाष सिंह विवाद चल रहा था, जिसको लेकर कई बार डॉ सुभाष और डॉ यासमीन आमने-सामने आए थे।

लगाया था आरोप

9 मई को रेडियोलॉजी हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ यासमीन उस्मानी ने सीएमएस डॉ। सुभाष सिंह पर अभद्रता करने का आरोप लगाया था, जिसमें महिला डॉक्टर ने एमसीआई से लेकर लखनऊ शासन तक सीएमएस की शिकायत भेजी थी।

मंत्री ने ली थी क्लास

गुरुवार की रात श्रम एवं सेवायोजन मंत्री शाहिद मंजूर ने अचानक मेडिकल कॉलेज पहुंचकर निरीक्षण किया था, जिसमें गंदगी से लेकर बिजली तक कई खामिया मिली थीं। इसके अलावा सीएमएस मंत्री के पास पहुंचने में लेट भी हो गए थे, जिस पर कैबिनेट मंत्री ने सीएमएस को लेट आने और टै्रक सूट पहनकर आने को लेकर लताड़ लगाई थी। साथ ही उसी समय लखनऊ स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव से शिकायत की थी।

विभू साहनी बने नए सीएमएस

डॉ। सुभाष सिंह के इस्तीफे के बाद डॉ। विभू साहनी को मेडिकल का नया सीएमएस बनाया गया है।

गुरुवार की रात वाले मैटर के बाद डॉ। सुभाष सिंह ने स्वयं ही पद पर बने इनकार कर दिया था। साथ ही अपना इस्तीफा भेज दिया था, जिसे शाम को एक्सेप्ट कर लिया गया।

-डॉ। केके गुप्ता, प्रिंसिपल मेडिकल कालेज

मेरा 2 साल 11 माह का कार्यकाल रहा। अब नए लोगों को भी मौका मिलना चाहिए था। वैसे भी मुझे लगातार फेल करने के लिए मेडिकल के अंदर ही काम चलता रहता था। मैंने स्वयं ही इस्तीफा दिया है।

-डॉ। सुभाष सिंह, पूर्व सीएमएस मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive