-सहोदय स्कूल कॉम्पलेक्स की ओर से दो दिवसीय प्रिंसिपल कॉन्क्लेव का हुआ आयोजन

- एक्टर डॉ। स्वरूप सम्पत ने स्टूडेंट्स में क्रिएटिविटी के लिए ड्रामा का स्क्रिप्ट लिखवाने का दिया सुझाव

VARANASI

आज स्टूडेंट्स से लेकर पेरेंट्स तक का साइंस व मैथ्स पर विशेष जोर है। अन्य सब्जेक्ट पर उनका फोकस ही नहीं होता है। आलम यह है कि एग्जाम के दिन उस सब्जेक्ट की पढ़ाई करते हैं। कुल मिलाकर बच्चों में क्रिएटिव थिंकिंग का अभाव है। क्रिएटिविटी को डेवलप करने में ड्रामा काफी सहायक है। ड्रामा से बच्चों में सोच विकसित होती है। ये बातें एक्स मिस इंडिया व एक्टर डॉ। स्वरूप सम्पत ने कैंटोनमेंट स्थित होटल में वाराणसी सहोदय स्कूल काम्लेक्स के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय प्रिसिंपल कॉन्क्लेव में कही। गुजरात व महाराष्ट्र में प्राइमरी एजुकेशन में सुधार के लिए काफी काम करने वाली डॉ। सम्पत ने पहले दिन सेकेंड सेशन में कहा कि वर्तमान में टीवी सीरियल काफी लंबा बनाया जा रहा है। जिन्हें प्राइवेट चैनल्स पर लंबा खींचा जा रहा है। इसके चलते लोग ऊब जा रहे हैं। उन्होंने प्रिंसिपल्स को जीवन कौशल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रखने की भी सलाह दी। कहा कि बच्चों को खाली समय में भी कुछ न कुछ पढ़ना चाहिए। फिल्म एक्टर परेश रावल की पत्‍‌नी डॉ। स्वरूप सम्मत ने प्रिंसिपल्स को कई टिप्स दिए। वहीं सेकेंड सेशन में साइबर क्राइम व स्किल डेवलपमेंट जैसे तकनीकी मुद्दों पर भी चर्चा हुई। एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने कहा कि इंटरनेट के गलत प्रयोग के कारण समाज में साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सेफ्टी, सिक्योरिटी व प्राइवेसी बेहद जरूरी है। इसकी जानकारी बच्चों को दी जानी चाहिए। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के सीबीएसई स्कूल्स के डायरेक्टर व प्रिंसिपल शामिल रहे। धन्यवाद ज्ञापन कॉम्लेक्स के अध्यक्ष व दयावती मोदी एकेडमी के प्रिंसिपल रंजन रॉव ने किया।

Posted By: Inextlive