ALLAHABAD: फैसिलिटीज को एडॉप्ट करना बुरा नहीं है लेकिन उसके ड्राबैक्स भी होते हैं. कई बार यह मौत के मुंह तक लेकर चले जाते हैं. फ्राइडे को हुई घटना इसकी एग्जाम्पल है और एक चेतावनी भी उन लोगों के लिए जो इसके हैबिचुअल हो चुके हैं. जी हां! हम बात कर रहे हैं इयरफोन की. वही इयरफोन जिसे मोबाइल से अटैच करके कान में लगाने के बाद बाहर की आवाज आपको डिस्टर्ब नहीं करती. इसका ड्रा बैक यह है कि मोबाइल से आने वाले म्युजिक के अलावा आप कुछ सुन नहीं सकते. इसी चक्कर में एक इंटरमीडिएट के एक छात्र को जान से हाथ धोना पड़ गया.

युवती की body देखने गया था

एक्चुअली फ्राइडे मार्निंग में घूरपुर एरिया में रेल ट्रैक पर इंटरमीडिएट में पढऩे वाली एक छात्रा की बॉडी आलमोस्ट न्यूड मिली। बॉडी मिलने की खबर फैलते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई थी। इसी दौरान एक और हादसा हुआ तो लोगों का कलेजा कांप उठा। उनके सामने ही कॉल बनी ट्रेन ने युवक को चपेट में ले लिया। मृतक इलेवंथ का स्टूडेंट सतीश था। 17 साल का सतीश पड़ोसी गांव का ही रहने वाला था। स्पॉट पर मौजूद लोगों की मानें तो सतीश ट्रैक पर खड़ा था। उसने कानों में ईयरफोन लगा रखा था। इसी दौरान ट्रेन आ गई। लोगों ने आवाज लगाई लेकिन सतीश उनकी बात सुन नहीं सका। उसे ट्रैक से खींचकर हटाने के लिए लोग दौड़े लेकिन मोबाइल की आवाज पर कंसंट्रेशन होने की वजह से उसका ध्यान लोगों की तरफ गया ही नहीं। जब तक लोग उसके पास पहुंचते और उसे ट्रैक से नीचे खींचते, ट्रेन उसे टक्कर मारते हुए आगे बढऩे लगी थी। सिर पर गंभीर चोट होने के कारण उसकी मौत हो गई।

 

Posted By: Inextlive