भारतीय रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में इजरायल के साथ स्पाइक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल वाली डील को रद्द कर दिया है। मंत्रालय ने देश में ही मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल बनाने का अहम फैसला लि‍या है। इसकी ज‍िम्‍मेदारी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन DRDO को दे दी गई है। हालांक‍ि यह कोई पहली बार नहीं है। डीआरडीओ इससे पहले इन 10 बड़े हथ‍ियारों को भी तैयार क‍र चुका है...


अग्नि 5भारत में विकसित अग्नि 5 बड़े हथियारों में है। परमाणु क्षमता से लैस यह मिसाइल करीब 5000 से किलोमीटर से अधिक दूरी के लक्ष्य पर आसानी से निशाना साध सकती है। 50 टन की यह मिसाइल करीब 17 मीटर लंबी और करीब दो मीटर चौड़ी है।

आई एन एस अरिहंत पोत आई एन एस अरिहंत यानी कि भारतीय नौसेना पोत भी भारत द्वारा तैयार किया गया है। परमाणु शक्ति से चलने वाली ये पनडुब्बी की पहुंच असीमित है। 6000 टन के पोत का निर्माण करने वाला भारत दुनिया का छठा देश बन गया है। अर्जुन टैंक


डीआडीओ द्वारा तैयार किए गए हथियारों में ही अर्जुन टैंक का नाम भी शामिल है। यह तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक माना जा रहा है। इसका नाम अर्जुन टैंक का महाभारत के पात्र अर्जुन के नाम पर रखा गया है। ऑटोमैटिक फायर डिटेक्शन और सप्रेशन वाले इस टैंक की अधिकतम गति 67 किमी /घंटा है। निर्भय

निर्भय यानी कि इसके नाम से ही साफ दिखता है कि इसे किसी का भय नहीं है। यह एक लंबी दूरी की सबसॉनिक क्रूज मिसाइल है। डीआरडीओ द्वारा तैयार की गई यह मिसाइल 6 मीटर लंबी व 1500 किग्रा वजन वाली है। इसकी सीमा 1000 किलोमीटर से ज्यादा की है। बैलिस्टिकबैलिस्टिक मिसाइल का उपयोग किसी हथियार को निर्धारित लक्ष्य पर दागने के लिये किया जाता है। इसे भी भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा तैयार किया गया है।

Posted By: Shweta Mishra