मेरठ में नो एंट्री का प्लान, कभी नहीं..
- दिनभर जाम के झाम से जूझते रहे मुसाफिर
- कुछ स्थानों पर पब्लिक ने किया अच्छा महसूस - दिनभर जाम के झाम से जूझते रहे मुसाफिर - कुछ स्थानों पर पब्लिक ने किया अच्छा महसूस Meerut Meerut: एसएसपी के दावों की पोल नो एंट्री के पहले दिन ही खुलती नजर आई। जिन स्थानों पर एसएसपी ने भारी वाहन ले जाने पर बैन लगाया था, वहां वाहन दौड़ते नजर आए। जिसके चलते शहर के ज्यादातर रास्तों पर दिनभर मुसाफिर जाम के झाम से जूझते नजर आए। साथ ही पूरे दिन किसी भी भारी वाहन का पुलिस ने चालान तक नहीं किया। ये बना था नियमशहर को जाम मुक्त बनाने के लिए एसएसपी जे रविन्द्र गौड़ ने पूरे शहर का मैप बनाकर नो एंट्री जोन घोषित किया था, जिसमें पूरे शहर में भारी वाहन व मध्यम माल वाहनों को पूरी तरह प्रतिबंधित किया था। साथ ही लॉयल बुक डिपो से शिव चौक, खैर नगर से बुढ़ाना गेट, बेगमपुल चौराहे से पीएल शर्मा रोड को वन वे घोषित किया था। साथ ही शहर के अंदर भारी वाहन मिलने पर वाहन के खिलाफ तो कार्रवाई थी ही, संबंधित क्षेत्र में तैनात टै्रफिक पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे।
दिनभर रहा जामसुबह क्क् बजे तक तो सब ठीक दिखाई दिया, लेकिन जैसे ही दोपहर क्ख् बजे शहर रोजाना की तरह जाम से जूझने लगा। साथ ही बच्चा पार्क पर एक के बाद कई मिनी ट्रक दिखाई दिए। जिनको रोकने तक की जहमत ट्रैफिक पुलिस ने नहीं उठाई। अब देखना ये है कि नियम लागू होने में अभी कितने दिन और लगेगें?
क्या कहना है इनका हमें तो पता नहीं कहां नो एंट्री जोन है, पर जाम तो हर की तरह ही है। बेगमपुल से बच्चा पार्क तक आने में ख्0 मिनट लग गए। बाबूराम सुबह अखबारों में पढ़ा था कि बुधवार से शहर को जाम मुक्त कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ लग नहीं रहा है। सिराजूद्दीन सैफी कोई फायदा नहीं मिला है। मेरे सामने से ही कई भारी वाहन अभी गुजरे हैं, पुलिस ने उन्हे रोकना तक जरूरी नहीं समझा। रियाज वास्तव में खैर नगर में आज और दिन की अपेक्षा कम जाम था। टै्रफिक में मूवमेंट दिखाई दे रहा था। रवि कुमार ---