-शहर में हजारों की तादाद में चल रहे हैं सर्विस सेंटर

-हर रोज सैकड़ों गाडि़यां आती हैं धुलने

आगरा। जल के बिना जीवन संभव नहीं है। आज हमने जल नहीं बचाया तो कल एक बूंद के लिए हम तरस जाएंगे। आज हम पानी खरीद कर पीते हैं, लेकिन आने वाले समय में शायद स्थिति यह भी पैदा हो सकती है जब खरीदने पर भी जल आसानी से उपलब्ध न हो सके। पानी को सेव करने के साथ ही कई ऐसे क्षेत्र है जहां पानी को लाखों अमाउंट में व्यर्थ किया जा रहा है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के कैंपेन वाटर माफिया के तहत हमने उस क्षेत्र को उजागर किया है, जिसमें सिर्फ गाड़ी को चमकाने के लिए 25 लाख से अधिक पानी को बेकार किया जा रहा है। जिसका कोई हिसाब किताब न ही जल संस्थान के पास है और न ही नगर निगम के पास। जहां शहर में एक ओर कई क्षेत्र भीषण गर्मी में पानी के लिए बिलख रहे हैं। वहीं बेहिसाब पानी गाडि़यों को सिर्फ धोने में में प्रयोग किया जा रहा है। शहर में अधिकांश गाड़ी सर्विस सेंटर अवैध चल रहे है। हर गली मोहल्लों में एक सर्विस सेंटर खुला हुआ है। जहां तीस से चालीस रुपये लेकर आपकी गाडि़यों को चमकाने का काम किया जाता है। हम अपनी गाडि़यों को चमकता हुआ देखकर भले ही खुश हो रहे हो लेकिन लाखों लीटर की हो रही पानी की बर्बादी की ओर किसी का ध्यान नहीं है।

रोज होता है 25 लाख लीटर पानी बर्बाद

शहर में भर में गाडि़यों को चमकाने के लिए रोजाना करीब 25 लाख लीटर पानी की बर्बादी की जाती है। गली कूचों में खुले सेंटरों पर गाडि़यों को धुलने के लिए कतारें लगी रहती हैं। इन कतारों की संख्या रविवार को चार गुना बढ़ जाती है। एक गाड़ी को धोने में भले ही 30-40 रुपये लगते है लेकिन जो कीमत पानी की व्यर्थ हो रही है। उसका भरपाई करना बहुत ही मुश्किल है।

एक हजार से ज्यादा है अवैध सर्विस सेंटर

शहर में गाडि़यों को धुलने वाले सेंटर हर गली में देखे जा सकते है लेकिन अधिकांश सेंटर के पास किसी भी प्रकार का प्रमाण मौजूद नहीं है। विभागों की अनदेखी से दूर धड़ल्ले से सर्विस सेंटर संचालित हो रहे है और लाखों लीटर की पानी की बर्बादी कर रहे है। बता दें कि शहर में करीब 1200 सर्विस सेंटर मौजूद है। जिसमें से करीब ढाई सौ सेंटरों ही रजिस्टर्ड है। बाकी सेंटर अवैध रूप से संचालित हो रहे है। अनुमान के अनुसार रोजाना 25 लाख लीटर स्वच्छ पानी को यूं ही बर्बाद कर देता है।

Posted By: Inextlive