आगरा। आरटीओ ऑफिस के परिसर में दलाल समानांतर ऑफिस चला रहे हैं। 3500 रुपये में बिना टेस्ट प्रक्रिया से गुजरे ही डीएल बनाया जा रहा है। दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट के स्टिंग में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई। जो विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लगाती है। ये हालात तब हैं जबकि गत महीने डीएम के निर्देश पर आरटीओ मे मजिस्ट्रेट ने छापेमारी की थी। तब पुलिस फोर्स के माध्यम से सभी दलालों को खदेड़ दिया गया। कुछ दिनों बाद ही दलालों ने फिर अपना डेरा जमा लिया।

टेस्ट देने की भी नहीं जरूरत

दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट टीम जब आरटीओ ऑफिस पहुंची, तो परिसर के बाहर दुकानों पर भीड़ जुटी थी। उसी दौरान दो लोग बाइक से उतरते हैं और आरटीओ ऑफिस की ओर चौकन्नी निगाहों से देख ही रहे हैं। तभी अचानक एक युवक उनके पास आता है। कुछ बातचीत होती है। लेकिन अभी पैसों को लेकर जद्दोजहद चल ही रही है। दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट की टीम ये नजारा कुछ दूरी पर खड़ी होकर देख रही थी। कुछ देर बाद हम भी उसी भीड़ में शामिल हो गए। साढ़े तीन हजार में परमानेंट डीएल बनाने का दावा किया गया। दलाल ने भरोसा दिलाया कि आपको टेस्ट भी नहीं देना होगा। आप सीधे आकर डीएल ले जाइए। दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने इस दौरान पार्टी बनकर डीएल और रजिस्ट्रेशन का रिन्यू कराने को लेकर बातचीत की।

सवाल-जबाव

रिपोर्टर: भैया यहां कोई है?

दलाल: हां, बताइए क्या करना है।

रिपोर्टर: एक ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है।

दलाल: किसका बनना है? आपका है?

रिपोर्टर: नहीं भाई का बनवाना है।

दलाल: पैन कार्ड, आधार कार्ड और फोटो लाए हो?

रिपोर्टर: अभी तो नहीं है पर मंगवा लेता हूं।

दलाल: मंगा लो अभी 1300 रुपये लगेंगे। पहले लर्निग का बनेगा।

रिपोर्टर: हमें क्या करना होगा, क्या दोबारा आना पड़ेगा?

दलाल: अब तुम्हें कुछ नहीं करना है। बस पैसे और फोटो पैन कार्ड और आधार कार्ड दे जाओ। कल आकर ले जाना।

रिपोर्टर: क्या टेस्ट नहीं देना होगा?

दलाल: कुछ नहीं देना पड़ेगा। बस तुम डीएल ले जाना।

रिपोर्टर: भैया पक्का कब मिलेगा।

दलाल: परमानेंट एक महीने बाद मिल जाएगा। इसके 2200 रुपये देने होंगे।

रिपोर्टर: क्या इसमें टेस्ट देना होगा।

दलाल: नहीं कोई टेस्ट नहीं देना पड़ेगा।

रिपोर्टर: पैसे सही लगा लो भैया।

दलाल: इससे कम नहीं है। तुमको टेस्ट भी तो नहीं देना पड़ेगा।

दूश्य नं 2

इसके बाद दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट की टीम दूसरी दुकान के पटल पर पहुंची। वहां दर्जनों लोगों की भीड़ जमा थी। एक दलाल आधा घंटे में तकरीबन 6 बार आरटीओ ऑफिस के अन्दर गया, फिर बाहर निकला। हम बात करने के लिए इंतजार कर रहे थे, उसी दौरान फोटोस्टेट करने वाली मशीन से फोटो कॉपी निकाल रहा युवक हमसे मुखातिब हो गया।

दलाल: बताइए क्या करवाना है?

रिपोर्टर: भैया एक लाइसेंस बनवाना था।

दलाल: हां बन जाएगा। पैन कार्ड, आधार कार्ड और फोटो दो।

रिपोर्टर: कितने पैसे लगेंगे।

दलाल: 3500 रुपये लगेंगे। सीधे परमानेंट पक्का बनाकर देंगे।

रिपोर्टर: हमें क्या करना होगा।

दलाल: तुम्हें कुछ नहीं करना है। टेस्ट भी नहीं देना होगा।

रिपोर्टर: कुछ कम में काम नहीं बन पाएगा।

दलाल: नहीं इससे कम नहीं हो सकते हैं।

रिपोर्टर: भैया एक बाइक है, उसका रजिस्ट्रेशन रिन्यू होना है।

दलाल: हो जाएगा। कौन सी बाइक है।

रिपोर्टर: मैक्स 100 है।

दलाल: 2 हजार रुपये लगेंगे। दूसरे जिले की आईडी देनी होगी।

रिपोर्टर: हमको कितनी बार आना पड़ेगा।

दलाल: तुम्हें कुछ नहीं करना है। बस एक बार आना होगा। एक आईडी देनी होगी।

रिपोर्टर: आईडी क्यों?

दलाल: तुमको वहां बाइक सेल करनी होगी।

दलाल= नहीं खूब चलाइए, कोई दिक्कत नहीं है। इसमें एनओसी जाती है।

Posted By: Inextlive