आगरा। ताजमहल के यलो जोन में एक बार फिर ड्रोन उड़ता हुआ पाया गया। पूर्वी दिशा आए इस ड्रोन देखकर ताज की सुरक्षा में जुटे अफसरों में अफरा-तफरी मच गई। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी ताज के प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। दरअसल हुआ यूं कि शनिवार को ताजमहल की पूर्वी दिशा से आए ड्रोन ने ताज के पास एक ड्रोन उड़ते हुए देखा गया। ड्रोन यमुना के ऊपर उड़ान भरता हुआ पश्चिमी दिशा की ओर चला गया। अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लिया और अधिकारी ड्रोन उड़ाने वाले की तलाश में जुट गए और ताज महल के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालने लगे। लेकिन ड्रोन उड़ाने वाला शख्स नहीं मिला।

पहले भी हुई हैं ऐसी घटना

इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं होती रही हैं। टूरिस्ट्स द्वारा ड्रोन उड़ाए जाने के मामले सामने आते रहे हैं। ताज के साथ ही फतेहपुर सीकरी में भी कई महीने पहले ड्रोन उड़ाया गया था। एक महीने पहले एक अक्टूबर को भी ताजमहल पर ड्रोन उड़ाने का मामला सामने आया था। ज्यादातर हर बार ड्रोन फॉरेन टूरिस्ट्स के द्वारा ही ड्रोन उड़ाए जाने की घटनाएं सामने आए हैं। लगभग चार महीने पहले बीजिंग से आए गुआन जियोंग अपने दोस्त के साथ ताजमहल घूमने आए थे। गुआन ने पश्चिमी गेट पर सुबह साढ़े छह बजे टिकट खरीदा। बैग में पानी की बोतल के साथ ड्रोन रखा हुआ था। डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर में भी इसे नहीं पकड़ा जा सका। सुबह आठ बजे रॉयल गेट के सामने गुआन ने ड्रोन निकाल उसे उड़ाने का प्रयास किया। इस पर सीआईएसएफ के जवानों ने उसे पकड़ लिया और कार्यालय में ले गए। गुआन ने ड्रोन उड़ाने पर बैन की जानकारी होने से इन्कार कर दिया। इससे कुछ माह पहले भी ताजमहल के अति संवेदनशील यलो जोन (500 मीटर की परिधि) में विदेशी पर्यटकों ने ड्रोन उड़ाया था। कुछ फॉरेन टूरिस्ट्स ताजगंज की मलको गली स्थित मियां नजीर की मजार पर पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उन्होंने यहां ड्रोन उड़ाया। इसके बाद क्षेत्रीय निवासियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस टूरिस्ट्स को पकड़कर आरके फोटो स्टूडियो चौराहा ले आई। इसके बाद उन्हें पर्यटन थाना लाया गया। ड्रोन उड़ाने वाला फ्रांसीसी पर्यटक थॉमस डांगरल था। उसके साथ बेल्जियम से आए निकोलस और उनकी दोस्त स्पेन से आईं फिगरस एस। मार्टा और दिल्ली के राममोहन थे। ताज देखने के बाद लौटते वक्त उन्होंने ड्रोन उड़ाया था। पर्यटन थाने में ड्रोन में लगे मेमोरी कार्ड को चेक करने के साथ पर्यटकों से एलआईयू ने भी पूछताछ की थी।

सैलानी को नहीं पता होते नियम

ताजमहल को देखने आए टूरिस्ट्स ताज की डिफरेंट एंगल से कैप्चर करना चाहते हैं। इस चाहत में वे ड्रोन का यूज करते हैं। उन्हें ताजमहल के आसपास ड्रोन उड़ाने की पाबंदी का पता नहीं होता है। इस कारण ये घटनाएं हो जाती हैं। इसके लिए ताज सिक्योरिटी को कुछ कदम अख्तियार करने चाहिए। ताजमहल परिसर एवं उसके आस पास सुरक्षा नियम लिखे होने चाहिए। होटलों में भी ये नियम लिखे होने चाहिए। बावजूद इसके किसी भी होटल या ताज के आसपास किसी तरह की नियमावली नहीं लिखी जाती। ताज की सुरक्षा के नियमों से अंजान सैलानी ऐसी चूक कर जाते हैं।

सैलानियों को ड्रोन उड़ाने के प्रतिबंध के बारे में पता नहीं होता है। इस कारण वे ड्रोन उड़ाने लग जाते हैं। हमारे पास भी ऐसी कोई तकनीक नहीं है कि ड्रोन को डिटेक्ट कर सकें।

त्रिवेंद्र कुमार, इंस्पेक्टर ताज सुरक्षा

Posted By: Inextlive